दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने बैंकों में नौकरी का झांसा देकर कर ढाई सौ लोगों से करीब 80 लाख रुपये की ठगी में लिप्त फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने लक्ष्मी नगर में संचालित इस फर्जी कॉल सेंटर से गिरोह के सरगना इंजीनियर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, अभिरानी नाम की युवती ने अक्तूबर में ठगी की शिकायत साइबर सेल को दी थी। पीड़िता ने बताया था कि वह बैंकिंग क्षेत्र में नौकरी तलाश रही थी। साल की शुरुआत में एक शख्स ने रिक्रूटमेंट एजेंसी की तरफ से बात की थी। आरोपी ने कहा कि पीड़िता को बहुराष्ट्रीय नामी बैंक में नौकरी के लिए चुना गया है, लेकिन इसके लिए कई राउंड के साक्षात्कार होंगे। इसके लिए पीड़िता से कई बार रुपये जमा कराए गए। जब पीड़िता ने एक लाख 34 हजार रुपये तक जमा कर दिए तो गिरोह के लोगों ने फोन उठाना बंद कर दिया। शक होने पर युवती ने पुलिस को शिकायत दी।
टेक्निकल सर्विलांस से पकड़ा
साइबर सेल के डीसीपी अन्येष राय ने बताया कि पीड़िता से मिली जानकारी के आधार पर जांच शुरू की गई। टेक्निकल सर्विलांस और आईपी एड्रेस की जांच के बाद पुलिस ने लक्ष्मी नगर इलाके से सोमवार को अमित, भावना और मेघा को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी बरामद की गई है, जिनका प्रयोग ठगी के लिए किया जाता था।
इंजीनियर है सरगना
डीसीपी अन्येष राय ने बताया कि गिरोह के सरगना अमित ने ग्रेटर नोएडा के प्रतिष्ठित संस्थान से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। कुछ दिन नौकरी करने के बाद वह ठगी करने वालों के संपर्क में आकर साइबर अपराध करने लगा। अमित ने 2018 में पुराने साथियों को छोड़कर ठगी का धंधा शुरू किया। अमित ने भावना और मेघा को भी जोड़ लिया।
सभी का काम बंटा हुआ था
इस गिरोह में एक शख्स प्लेसमेंट एजेंसी की तरफ से फोन करता था। फिर, दूसरा सदस्य बैंक के एचआर विभाग की तरफ से बात करता था। इसकी वजह से शिकार को शक नहीं होता था और वे अलग-अलग बैंक खातों में रुपये जमा कराते रहते थे।