आंदोलन में शामिल होने दिल्ली जा रहे किसान रामपुर में रोके जाने से भड़क गए। उन्होंने पुलिस के बैरियर तोड़ डाले। एसपी रामपुर ने रोकने की कोशिश की तो वे उनसे भी भिड़ गए। एसपी ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। बताया जा रहा है रामपुर एसपी ने मुरादाबाद एसएसपी की गाड़ी में बैठकर रवाना हुए। रामपुर पुलिस की सूचना पर मौके पर पहुंचे मुरादाबाद के एसएसपी के भी पैर में चोट लग गई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ियों पर पथराव कर उनको क्षतिग्रस्त भी कर दिया।
हाईवे पर जगह- जगह हंगामा व पुलिस से टकराव के बीच किसान मूंढापांडे टोल प्लाजा पहुंच गए। यहां उन्होंने हाईवे जाम कर दिया। किसान किसी भी कीमत पर दिल्ली जाने की मांग करने लगे। सूचना पाकर आईजी कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर थे। देर रात तक पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच किसानों की बातचीत जारी थी। जाम के मद्देनजर हाईवे पर ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया। वहीं दूसरी ओर किसान आंदोलन को देखते ही मंडलभर के टोल प्लाजा पर फोर्स बढ़ा दी गई है।दिल्ली आंदोलन में भाग लेने के लिए बरेली, पीलीभीत, पूरनपुर, लखीमपुर, गोला, बलिया के काफी संख्या में किसान रामपुर पहुंचे। पहले से तैयार रामपुर पुलिस ने किसानों को रोकने का प्रयास किया। इस दौरान किसानों की पुलिस से झड़प शुरू हो गई। बवाल बढ़ने पर एसपी रामपुर भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने किसानों को समझाने का प्रयास किया, मगर किसान कोई भी बात सुनने के लिए तैयार नहीं हुए। पुलिस और किसानों के बीच टकराव की नौबत आ गई। जानकारी पाकर एसएसपी मुरादाबाद भी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। दोनों अधिकारियों ने किसानों को रोकने की कोशिश की, मगर सफल नहीं हुए। किसानों ने बैरियर तोड़ डाले। पुलिस की गाड़ियों पर पथराव करना शुरू कर दिया। रामपुर एसपी ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। मुरादाबाद एसएसपी के भी पैर में चोट लग गई। किसान हाईवे पर पुलिस के बैरियर तोड़ते हुए मूंढापांडे टोल प्लाजा पहुंच गए। यहां उन्होंने हाईवे जाम कर दिया। बवाल बढ़ने पर आईजी रमित शर्मा भी मौके पर पहुंचे। किसान किसी भी कीमत पर दिल्ली जाने की जिद पर अड़े हुए थे। घटना के मद्देनजर हाईवे पर वाहनों को डायवर्ट कर दिया।