सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 118 वीं जयंती के मौके पर 11 किसानों को ट्रैक्टर देकर सम्मानित किया। यूपी में चौधरी चरण सिंह का जन्म दिवस ‘किसान सम्मान दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर किसानों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार हमेशा किसानों के साथ है। विपक्ष पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि किसानों के नाम पर राजनीति करने वाले लोग जब सत्ता में आते थे तो बंद चीनी मिलों को बंद करने पर मौन हो जाते थे। यूपी सरकार ने कोरोना काल में भी चीनी मिलें चलाईं। सीएम ने कहा कि जिन्हें किसानों की खुशहाली अच्छी नहीं लगती वे कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसानों को गुमराह कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बार-बार कहा जा रहा है कि एमएसपी और मंडियां समाप्त नहीं होंगी इसके बावजूद किसानों को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नए कानून किसान की उपज का मुनाफा उसके खाते में डालने का काम करेंगे। किसानों को जहां से अच्छा मूल्य मिलेगा वहां अपनी उपज बेचने को स्वतंत्र होंगे लेकिन जिन्हें यह अच्छा नहीं लग रहा है वे किसानों को गुमराह कर रहे हैं।
फसल बीमा योजना, किसान सम्मान योजना, कृषि विज्ञान केंद्र, मृदा परीक्षण सहित केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के हित में चलाई गई योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार हमेशा किसानों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार किसानों के हित में प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। सरकार किसानों की लागत को कम करने और उत्पादकता बढ़ाने पर जोर दे रही है। प्रदेश के किसानों को ट्रैक्टर प्रदान किए जा रहे हैं। 20 कृषि विज्ञान केंद्रों को स्थापित करने का संकल्प पूरा किया है।
सीएम योगी ने कहा कि चौधरी चरण सिंह जी कहा करते थे कि देश की खुशहाली का रास्ता खेतों से होकर जाता है। यानि भारत की प्रगति तब होगी, जब देश का किसान प्रगतिशील होगा। भारत में समृद्धि तब आएगी, जब किसान समृद्धशाली होगा। कृषि प्रधानता ही भारत की अर्थव्यवस्था का आधार है। प्रदेश के 4 कृषि विश्वविद्यालयों के माध्यम से कृषि विज्ञान केंद्रों को जोड़ा गया है। झांसी केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय शुरू हुआ है। बीएचयू के कृषि संकाय को किसानों से जोड़ा गया है। 89 कृषि विज्ञान केंद्र किसानों की आय दोगुनी करने के लिए काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी कहते हैं कि स्थानीय उत्पाद देश की प्रगति का आधार बनेगा। इस स्थानीय उत्पाद का कृषि से जुड़ाव है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम से जुड़ाव है। स्थानीय उत्पादों से जुड़े शिल्पकार गांवों और कस्बों में बसते हैं। किसान को तकनीक के साथ जोड़ने का कार्य चल रहा है। किसानों को मृदा परीक्षण की सुविधा दी गई। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को आगे बढ़ाया गया। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना से हर खेत तक पानी पहुंचाया गया। किसानों से जुड़े कार्य यद्धस्तर पर चल रहे हैं। किसानों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए लागत का डेढ़ गुना दाम तय किया गया है। प्रत्येक किसान को एमएसपी का लाभ मिल सका, यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की सोच का परिणाम है।
किसानों को बिचौलियों व साहूकारों से मुक्ति मिल सके, इसके लिए भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से किसानों को सहायता पहुंचाई जा रही है। इसके तहत प्रत्येक किसान के खाते में 6 हजार प्रतिवर्ष भेजने की व्यवस्था है। 54 हजार करोड़ वार्षिक और 18 हजार करोड़ की धनराशि प्रत्येक चार माह में प्रधानमंत्री जी द्वारा सम्मान निधि के अंतर्गत किसानों के खातों में भेजी जाती है। इससे किसान समय पर खाद, बीज, कृषि रसायन खरीद कर खेती के लिए अपनी जरूरत को पूरा करता है।
इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान भवन में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस मौके पर विकासखण्ड स्तर से लेकर राज्य स्तर तक किसानों को पुरस्कृत किया जा रहा है। राज्य स्तर के सम्मानित होने वाले कृषकों में 9 महिला किसान भी शामिल हैं।