राजधानी दिल्ली में प्रदूषण से कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है। भयंकर सर्दी, कोरोना और प्रदूषण से राजधानी का हाल खराब बना हुआ है। हवा की रफ्तार कम होने से दिल्ली की हवा अगले दो दिनों के बीच दमघोंटू हो सकती है। सोमवार के दिन भी दिल्ली की हवा बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई। दिल्ली के ज्यादातर इलाकों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के अंक के ऊपर दर्ज किया गया।
साफ-सुथरी हवा मिलने के आसार हैं कम
राजधानी दिल्ली के लोगों को अभी साफ-सुथरी हवा मिलने के आसार कम है। दिल्ली की हवा में प्रदूषण के स्तर में लगातार इजाफा दर्ज किया जा रहा है। रविवार के दिन औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 322 के अंक पर रहा था। बीते चौबीस घंटों में इसमें 13 अंकों की बढ़ोतरी हुई है।
वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के अंक के ऊपर यानी बेहद खराब श्रेणी में
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक सोमवार के दिन औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 335 के अंक पर रहा। दिल्ली के 23 निगरानी केन्द्र ऐसे हैं जहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के अंक के ऊपर यानी बेहद खराब श्रेणी में हैं। सफर का अनुमान है कि हवा की रफ्तार कम होने के चलते अगले दो दिनों के बीच हवा की रफ्तार भी कम रहने की संभावना है। इससे हवा में घुले-मिले प्रदूषक कणों का छितराव भी बेहद धीमा हो जाएगा। अगले दो दिनों के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब श्रेणी के उच्च स्तर पर पहुंचने के आसार हैं।