राजधानी लखनऊ में सोमवार सुबह एक हैरान करने वाला हादसा हो गया। चौक थानाक्षेत्र स्थित फायर स्टेशन के सामने बनी छह दुकानें तेज आवाज के साथ करीब 30 फीट नीचे जमीन में धंस गई। इसे देखते ही सड़क से गुजर रहे लोगों में अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर दुकानदार व पुलिस मौके पर पहुंची। गनीमत रही कि घटना के वक्त दुकाने बंद होने के कारण कोई हताहत नहीं हुआ। इन दुकानों का सारा माल और मलबा करीब 30 फीट नीचे गड्ढे में चला गया है। बाद में पहुंचे कुछ दुकानदारों ने माल निकालने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने सुरक्षा के दृष्टिगत रोक दिया।
आटोपार्ट्स व्यवसायी कमल, राहुल और अवनीश अग्निहोत्री ने बताया कि सुबह वह सो रहे थे। तभी दुकान के आस-पास रहने वाले लोगों ने फोन कर हादसे के बारे में बताया। घटना की जानकारी मिलते ही पैरों तले से जमीन खिसक है। आनन-फानन भागकर दुकान पहुंचे तो तबाही का मंजर देख हैरान रह गए। उन्होंने बताया कि दुकान में काफी सामान रखा था। कुछ रुपया भी था। दुकान धंसने से सारा माल मलबे के साथ 30 फीट गहरे गड्ढे में चल गया। मोबिल ऑयल आदि के डब्बे खुल गए सारा ऑयल बह गया था।
आस-पड़ोस के लोगों ने बताया जहां दुकानें बनी थीं उसकी गहराई काफी अधिक थी। गहरे गड्ढे में मिट्टी भरी नहीं थी। तीन मंजिला ऊंचे पिलर खड़े करके दुकानें बनाई गई थी। पिलर अब जर्जर हो चुके थे। इसी कारण हादसा हुआ है। बताया जाता है कि हादसे में लाजपत नगर निवासी कमल की दो दुकानें, महिलाहाबाद निवासी राहुल की एसके आटोपार्ट्स, माली खां सराय निवासी अवनीश अग्निहोत्री और चौक निवासी वीरेंद्र की दुकानें गड्ढे में समाहित हो गई हैं।