मध्य प्रदेश के इंदौर में कोराना पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन ने आम लोगों पर तो तमाम पाबंदियां लागू कर रखी हैं। इसके विपरीत दशहरा मैदान पर हुए बीजेपी के किसान सम्मेलन में किसी तरह की पाबंदी नजर नहीं आई। आम लोगों पर पाबंदियों में शादी समारोह में कितने लोग शामिल होंगे की सूचना थाने पर देने से लेकर बाजार बंद होने का समय, रात का कर्फ्यू, स्कूल-कॉलेज, कोचिंग तक पर पाबंदी शामिल है। जबकि भाजपा के किसान सम्मेलन में हजारों की भीड़ थी, लेकिन न सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया, न ही मास्क का। यहां तक कि मंच पर बैठे नेताओं में से भी ज्यादातर ने मास्क उतार रखे थे। 22 नवंबर को जारी कलेक्टर के आदेश के अनुसार सभी प्रकार के धरना, प्रदर्शन और रैलियों पर रोक है, उसके बाद भी न सिर्फ इस आयोजन की अनुमति दी गई, बल्कि उसमें कोरोना प्रोटोकाल के उल्लंघन पर किसी तरह की कार्रवाई भी नहीं की गई। दूसरी तरफ भाजपा ने घोषणा की है कि वह कृषि सुधार कानूनों के समर्थन में प्रदेश से एक लाख ट्रेक्टर पर 4 लाख किसानों को दिल्ली लेकर जाएगी।
416 नए मरीज, 4 की मौत, एक्टिव केस 4434 हुए
इंदौर में बुधवार को कोरोना मरीजों का आंकड़ा 50,332 पर पहुंच गया। बुधवार को शहर में कोरोना के 416 नए मरीज मिले, जबकि चार मरीजों की मौत हो गई। 5021 सैंपल की जांच में 4578 निगेटिव पाए गए। 20 मरीज दोबारा पॉजिटिव पाए गए। एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 4434 पर पहुंच गया है। रिकवरी रेट 89.54 फीसदी रहा है। वहीं, अब तक 826 लोग कोरोना वायरस के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं। हालांकि 45072 मरीज कोरोना से ठीक भी हुए हैं। बुधवार को भी 129 लोग विभिन्न कोविड अस्पतालों से कोरोना को हराकर घर लौटे।
अब कांग्रेस विरोध में सम्मेलन करेगी
भाजपा के सम्मेलन के बाद कांग्रेस नेता कृषि बिल के विरोध में किसान सम्मेलन करने की तैयारी कर रहे हैं। पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा और शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने सम्मेलन की मंजूरी देने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण से लोग परेशान हैं। ऐसे में बीच शहर में भीड़ एकत्र करने की अनुमति प्रशासन ने कैसे दे दी? अब कांग्रेस भी किसान सम्मेलन कर कृषि बिल का विरोध करेगी।