किसान आंदोलन के समर्थन में देशखाप का दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर बेमियादी जाम शनिवार से होगा। उधर, खाप चौधरियों के ऐलान से बागपत पुलिस-प्रशासन की नींद उड़ हुई है। शुक्रवार को पूरे दिन अधिकारी खाप चौधरियों की मान-मनोव्वल में लगे रहे। डीएम और एसपी ने देशखाप चौधरी के आवास पर पहुंचकर उनसे वार्ता की, लेकिन वार्ता बेनतीजा रही।
दरअसल, कृषि बिल के खिलाफ दिल्ली में किसानों का आंदोलन चल रहा है। किसान तीनों बिल को वापस लेने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार बिल वापस लेने से इंकार कर रही है। सरकार के रुख को देखकर खाप चौधरियों के तेवर तल्ख हो गए।
भाकियू अध्यक्ष और बालिया खाप के चौधरी राकेश टिकैत से मुलाकात के बाद गुरुवार को देशखाप चौधरी के आवास पर सर्वखाप की बैठक में शनिवार से अनिश्चितकाल के लिए हाईवे जाम करने का फैसला लिया गया था। शुक्रवार को डीएम शकुंतला गौतम व एसपी अभिषेक सिंह बड़ौत में मौजूद रहे। सीओ आलोक सिंह व एसडीएम दुर्गेश मिश्र शुक्रवार दोपहर के समय देशखाप चौधरी सुरेन्द्र सिंह के आवास पर पहुंचे। वहां पर उन्होंने देशखाप चौधरी से वार्ता कर निर्णय वापस लेने की अपील की, लेकिन देशखाप चौधरी ने साफ कह दिया कि अब यह किसानों के सम्मान की लड़ाई है। अब धरने पर किसान ही फैसला लेंगे कि आगे की क्या रणनीति रहेगी।
इसके बाद सीओ व एसडीएम वहां से चले गए। दोपहर के बाद डीएम व एसपी देशखाप चौधरी के आवास पर पहुंचे और उनसे वार्ता की। देशखाप चौधरी ने कहा कि किसानों की समस्याओं का समाधान होने तक आंदोलन जारी रहेगा।
सरकार से होगी आरपार की जंग : सुरेन्द्र सिंह
देशखाप के चौधरी सुरेन्द्र सिंह का कहना है कि हाईवे पर चक्का जाम और धरना उस समय तक जारी रहेगा, जब तक केन्द्र सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती। यह आरपार की जंग होगी। उन्होंने दावा किया कि हाईवे पर चक्का जाम व धरने में देशखाप चौधरी के साथ थांबा, चौबीसी, दांगी, राठी खाप, धनकड़ खाप, चौहान खाप के चौधरी मौजूद रहेंगे।