बिहार की सत्ता में लगातार चौथी पारी आरंभ करने वाले जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के देशभर के प्रमुख नेता इस माह के आखिर में पटना में जुटेंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में दल के नेता मौजूदा राजनीति तथा आगे की राह को लेकर मंथन करेंगे। बिहार समेत झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, लक्षद्वीप, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, दादर नगर हवेली, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों के प्रमुख जदयू नेता इस महत्वपूर्ण जुटान का हिस्सा बनेंगे।
दरअसल, जदयू ने 26 और 27 दिसम्बर को पटना में पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों, राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलाई है। जदयू के नेशनल एग्जक्यूटिव की यह बैठक करीब 14 माह बाद होने जा रही है। पिछले साल नीतीश कुमार के दोबारा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद 30 अक्टूबर 2019 को राष्ट्रीय कार्यकारिणी व परिषद की बैठक दिल्ली में हुई थी।
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आफाक अहमद खान ने मंगलवार को पूछे जाने पर बताया कि 26 और 27 की बैठक पटना स्थित जदयू मुख्यालय के कर्पूरी सभागार में आहूत की जाएगी। 26 दिसम्बर की शाम 5 बजे जदयू के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक होगी। इस बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के साथ ही प्रधान महासचिव केसी त्यागी, राष्ट्रीय संगठन महासचिव आरसीपी सिंह, दल के 8 राष्ट्रीय महासचिव, 7 राष्ट्रीय सचिव, एक कोषाध्यक्ष शामिल होंगे।
प्रस्तावों पर लगेगी मुहर
बैठक में राष्ट्रीयकारिणी का एजेंडा तय होगा। साथ ही पिछली बैठक के प्रस्तावों पर मुहर लगेगी। 27 दिसम्बर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक सुबह ग्यारह बजे से नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आरंभ होगी। इसमें सांसद व बिहार प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह, सांसद ललन सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बिजेन्द्र यादव, कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी, झारखंड, अरुणाचल, मणिपुर, छत्तीसगढ़, नागालैंड, लक्षद्वीप, दिल्ली, दादर नगर हवेली, पश्चिम बंगाल आदि के प्रदेश अध्यक्षों के साथ ही राष्ट्रीय कार्यकारिणी के करीब 60 सदस्य शामिल होंगे। दोपहर ढाई बजे से होने वाली बैठक में करीब 225 नेता हिस्सा लेंगे, जिनमें अन्य पार्टी पदाधिकारियों के अलावा कई राज्यों के जदयू जिलाध्यक्ष भी होंगे। माना जा रहा है जदयू की इस बड़ी जुटान में पार्टी पश्चिम बंगाल समेत जिन राज्यों में आसन्न विधानसभा चुनाव होने हैं, वहां को लेकर अपनी भूमिका भी तय करेगा।