कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच अमेरिकियों के लिए राहत खबर है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर बताया है कि अमेरिका में कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दे दी गई है। इसी के साथ अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान भी शुरू हो गया है। ट्रंप ने ट्वीट कर कहा है कि पहली वैक्सीन की डोज दे दी गई है, मुबारक हो अमेरिका, मुबारक पूरी दुनिया को।
अमेरिका में सोमवार सुबह एक नर्स को फाइजर और बोयोएनटेक द्वारा तैयार की गई कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली खुराक दी गई। बता दें कि अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण से लगभग 3 लाख लोगों की जान चली गई है।
शुक्रवार देर रात अपने संबोधन में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दवा निमार्ता कंपनी फाइजर और मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन को सुरक्षित एवं कारगर बताते हुए कहा था कि देश के खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफडीए) ने फाइजर द्वारा विकसित की गयी कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन स्थिति में उपयोग को मंजूरी प्रदान कर दी है।
गौरतलब है कि एक सप्ताह पहले ही फाइजर की कोरोना वैक्सीन को मंजूरी प्रदान करने वाला ब्रिटेन दुनिया का पहला देश बन गया है। ब्रिटेन में प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण अभियान शुरू हो चुका है। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से गंभीर रूप से जूझ रहे अमेरिका में इसके संक्रमण से अब तक 2.94 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका दुनिया में कोरोना से प्रभावित देशों की सूची में पहले स्थान पर है।
फाइजर के सीईओ अल्बर्ट बौरला ने कहा कि टीका लेने वाले पहले कुछ लोगों में वह भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा, ”अगर टीका बनाने वाली कंपनी का सीईओ इसे लेगा तो लोगों का टीका में भरोसा बढ़ेगा। मिशिगन में फाइजर के निर्माण संयंत्र से रविवार को कोविड-19 टीके की पहली खेप लेकर एक ट्रक निकला था। अमेरिकी औषधि नियामक ने टीका इस्तेमाल के लिए शुक्रवार को मंजूरी दे दी थी। अगले सप्ताह तक कुल 636 अस्पतालों और क्लीनिकों में टीके की खुराक पहुंचायी जाएगी।