इंदौर (मप्र)। इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देश पर मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत चिप्स बनाने वाली एक ऐसी फैक्ट्री में छापा मारा गया जहां की हालत देखकर इन्सान तो क्या जानवर भी शर्मा जाएं। सांवेर रोड के अवंतिका नगर स्थित सांवरिया फूड प्रोडक्ट फैक्ट्री में घुसते ही अजीब सी बदबू का सामना अधिकारियों को करना पड़ा, बदबू का आलम यह था कि मास्क पहनने के बाद भी नाक रूमाल से ढंकना पड़ा।
यह बदबू उस बोरियों से आ रही थी जिसमें सड़े आलू भरे थे। आलुओं की हालत ऐसी थी कि इन्हें इंसान भी खाना तो दूर, जानवर तक देखकर मुंह फेर ले। आलू से निकलने वाली गंदगी के कारण बोरियां तक गल गई थीं। हालांकि आलू के बाद जब चिप्स देखने की बारी आई, तो यकीन ही नहीं हुआ कि यह चमकदार और क्रिस्पी चिप्स इन्हीं आलू से बनी होंगी। सड़े आलू से बनी चिप्स को सजाने के लिए फैक्टरी में हाइड्रो पाउडर का उपयोग हो रहा था। यह पाउडर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
एडीएम अभय बेड़ेकर ने बताया कि कारखाने में प्रवेश करते ही टीम हैरान रह गई। पूरा कारखाना अजीब सी दुर्गंध से भरा हुआ था। यह दुर्गंध सड़े आलुओं की थी, जिन्हें केमिकल से वॉश कर चिप्स तैयार की जा रही थी। यहाँ एसआरडी चिप्स के नाम पर कई फ्लेवर में चिप्स तैयार किया जाता है। इसके बाद उन्हें पैकिंग कर मार्केट में बिक्री के लिए भेजा जाता है। कारखाने से करीब डेढ़ हजार क्विंटल सड़ा आलू और केमिकल बरामद किया गया। एडीएम ने बताया कि कारखाने का संचालन रतन कुमावत पिता सुखलाल कुमावत कर रहा है, जबकि कारखाने का मालिक सुखलाल कुमावत है। सांवरिया फूड पर जिस केमिकल से सड़े गले आलुओं को धोया जा रहा था, वह खाने योग्य नहीं है।
यह हाइड्रो पावडर है, जिसका उपयोग अन्य कामों के लिए किया जाता है; इससे कैंसर जैसी घटक बीमारी होने का भी खतरा है। हाइड्रो पाउडर नॉन एडिबल है, जिससे आलू धोया जा रहा है, जो अनसेफ श्रेणी में आता है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम जब कारखाने पहुंची तो गेट पर अंदर से ताला लगा हुआ था। खटखटाने पर अंदर से जवाब आया कि चाबी नहीं है। अधिकारियों ने एडीएम अभय बेडेकर को स्थिति बताई। तब बाणगंगा थाना पुलिस की मदद ली गई और दीवार कूदकर ताला तोड़कर अधिकारी कारखाने के अंदर पहुंचे।
कारखाना मालिक सुखलाल कुमावत गायब मिला, लेकिन उसकी पत्नी और बेटा रतन कुमावत अंदर ही कर्मचारियों से काम करवा रहे थे। खाद्य सुरक्षा अधिकारी धर्मेंद्र सोनी, सुभाष खेड़कर, पुष्पक द्विवेदी, राजू सोलंकी, कीर्ति रावत ने दोपहर से लेकर रात 11 बजे तक यहां कार्रवाई कर जांच के लिए 19 नमूने लिए। इसमें आलू चिप्स, तेल, हाइड्रो पावडर, चना दाल, मसाले आदि शामिल हैं।