माफिया और गुंडों के अवैध साम्राज्य के खिलाफ शासन प्रशासन का अभियान जारी है। इसी क्रम में हिस्ट्रीशीटर विनोद कुशवाह का अतिक्रमण रविवार को हटा दिया गया। पांच करोड़ रुपए की सरकारी जमीन पर कब्जा कर बिल्डिंग बनाने वाले अपराधी विनोद कुशवाह का दिव्यांग छात्रावास रविवार को हटा दिया गया।
जड़ेरुआ बांध पर अतिक्रमण की गई जगह पर विनोद ने दिव्यांग छात्रावास का बोर्ड लगा रखा था। राजस्व व पुलिस दस्ते ने बांध से एक किलोमीटर दूर जड़ेरुआकला में भी कुछ अतिक्रमण हटाए। अतिक्रमण से मुक्त हुई जमीन की कुल कीमत 15 करोड़ 71 लाख 25 हजार रुपए आंकी गई है।
एसडीएम पुष्पा पुषाम ने बताया कि पुलिस थाना मुरार ने विनोद कुशवाह पुत्र राजकुमार सिंह (57) निवासी आरकेएस पुरम मुरार के खिलाफ दर्ज प्रकरणों की जानकारी भेजी थी। इसमें उसके द्वारा सरकारी जमीन पर किए गए अतिक्रमण की जानकारी दी गई।
इस आधार पर एक दिन पहले राजस्व टीम जड़ेरुआ बांध पहुंची और उसे जमीन खाली करने को कहा। रविवार को सर्वे क्रमांक-112 की करीब एक बीघा जमीन से अतिक्रमण हटाया। इस दौरान विनोद का बेटा मौजूद था, इसे सामान हटाने का समय भी दिया गया।
जड़ेरुआ व जड़ेरुआकला से अतिक्रमण हटाते वक्त आसपास की कुछ महिलाएं एकत्रित हो गईं और रोने लगीं। चूंकि मौके पर दो थानों मुरार व महाराजपुरा का पुलिस बल मौजूद था, इसलिए कार्रवाई में व्यवधान नहीं आया।
यहां से भी हटाए गए अतिक्रमण
जड़ेरुआकला में सरदार सिंह व अन्य ने सर्वे क्रमांक 377,378 की सरकारी जमीन के रकबा 0418 हैक्टेयर पर नींव खोदकर प्लाट काटने की तैयारी कर ली थी। इस जमीन की कीमत चार करोड़ पांच लाख रुपए है। निगम की टीम से यहां खोदी गई नींव को नष्ट कर दिया।
जड़ेरुआकला में ही सर्वे नंबर 211 की सरकारी जमीन के रकबा 0.627 हेक्टेयर पर राजमन, भारत गुर्जर व रामहेत ने कब्जा कर लिया था। यहां पर भूसे की टाल, कुछ कच्चे-पक्के निर्माण भी थे, इन्हें भी हटा दिया गया।
विनोद कुशवाह पर दर्ज अपराध
प्रकरण क्रमांक-751/2005 में धारा 341,294,324,506
प्रकरण क्रमांक-455/2019 में धारा 336, 427, 34
प्रकरण क्रमांक-50/20 में धारा 151, 107,116 (3)।