मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के डीजीपी विवेक जौहरी को निर्देश दिए हैं कि नशा बेचने वाले माफिया को नेस्तनाबूत कर दो। युवाओं में नशे की प्रवृत्ति रोकने के लिए अभियान चलाया जाए।
इंदौर में नशा बेचने के आरोप में पकड़ी गई ‘आंटी’ के मामले में मुख्यमंत्री ने कहा कि इसकी गंभीरता से जांच होना चाहिए। इंदौर में माफिया का गठजोड़ नशे का कारोबार को खत्म करने लिए स्पेशल टीम गठित की जाए।
मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि कोरोना संक्रमण की रूटीन बैठक में डीजीपी जौहरी ने मुख्यमंत्री को इंदौर में नशे के खिलाफ की गई कार्रवाई की जानकारी दी। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि नशे के खिलाफ अभियान चलाया जाए।
बता दें कि इंदौर में सामने आए ड्रग्स कनेक्शन में हाई प्रोफाइल महिला पुलिस की गिरफ्त में आई है। वह अलग-अलग नामों से जिम, पब और गर्ल्स होस्टलों तक एमडी ड्रग्स और कोकीन पहुंचा रही थी।
पुलिस को पता चला है कि जिम जाने वाली, होस्टल में रहने वाली कई लड़कियां ड्रग्स लेने की आदी हो गईं। इसके तार मुंबई के बड़े तस्करों से जुड़े हैं। महिला स्कीम-78 में खुद का बंगला लेकर रह रही थी।
विदेशी एजेंटों से भी जुड़ी है ‘आंटी’
महिला फर्राटेदार इंग्लिश व अन्य भाषाएं बोलती है। पुलिस ने भी उसे ग्राहक बनकर पकड़ा। इंदौर में किसी भी बड़े होटल-पब में पार्टियों के लिए ‘कोक’ नामक ड्रग्स यही उपलब्ध करवाती थी। इसके दिल्ली में कई विदेशी ड्रग्स डीलर्स से संपर्क हैं।