भारत में इन दिनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग के साथ कई किसान संगठन आंदोलन कर रहे हैं। किसानों का यह आंदोलन भले ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हो रही है, लेकिन इसने इस्लामाबाद में बैठे पाकिस्तान के हुक्मरानों के माथे पर चिंता और डर की लकीरें खींच दी हैं। पाकिस्तान को डर है कि भारत सरकार किसान आंदोलन से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक कर सकती है।
पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान ने अपनी सेना को अलर्ट पर रखा है। वहां की अंग्रेजी अखबार ‘डॉन’ के मुताबिक, एक अधिकारी ने कहा कि भारत द्वारा कई आंतरिक मुद्दों से दुनिया का ध्यान हटाने के लिए कई तरह की योजनाएं बनाई जा रही हैं, जिसमें चल रहे किसान आंदोलन भी शामिल है। उन्होंने कहा “भारत किसी भी समय आंतरिक समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए पुलवामा जैसा नाटक दोहरा सकता है और एलओसी और वर्किंग बाउंड्री के साथ कार्रवाई की योजना बना रहा था।”
इससे पहले जियो न्यूज ने विश्वसनीय सूत्रों का हवाला देकर कहा है कि भारत लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) और भारत-पाकिस्तान सीमा पर हमले की तैयारी कर रहा है। हमले की संभावना को देखते हुए पाकिस्तानी सेना को अलर्ट पर रखा गया है। जियो को सूत्रों ने बताया कि भारत सीमा पर ऐक्शन ले सकता है या सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता है जिससे आंतरिक समस्याओं से ध्यान हटा सके।
गौरतलब है कि 2016 में भारत ने उड़ी आतंकवादी हमले के बाद पीओके में जाकर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया था। इस सर्जिकल स्ट्राइक में कई आतंकी मारे गए थे और लॉन्च पैड्स को तबाह कर दिया गया था। इसी तरह पुलवामा हमले के बाद भारत ने 26 फरवरी 2019 को एयरस्ट्राइक के जरिए बालाकोट में आतंकी ठिकाने पर हमला किया था। दोनों ही मौकों पर पाकिस्तान की सेना को भनक तक नहीं लगी।
पाकिस्तान पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि असल में पाकिस्तान कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ कराने को लेकर बेचैन है। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद पर नकेल से पाकिस्तान की सरकार, सेना और आईएसआई किसी तरह यहां शांति भंग करने की फिराक में है। लेकिन वह जानते हैं कि किसी भी नापाक साजिश का भारत की ओर से मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। माना जा रहा है कि पाकिस्तान इसी वजह से पहले से ही फर्जी फ्लैग ऑपरेशन का रोना रोने लगा है।