नए कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए सात दिन से हरियाणा के पलवल जिले में अटोहा के पास दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे पर बैठे किसानों की वजह से अब यातायात बुरी तरह प्रभावित होने लगा है। इसी क्रम में बुधवार को अलीगढ़-पलवल रोड करीब दस किलोमीटर लंबा जाम लग गया है। जाम के कारण हजारों वाहन घंटों से सड़क पर फंसे हुए हैं।
जानकारी के अनुसार, विशेष रूप से दिल्ली-एनसीआर और यहां से देश के बाकी हिस्सों में माल सप्लाई करने वाले भारी वाहनों पर किसानों के प्रदर्शन का ज्यादा असर पड़ने लगा है। किसी प्रकार की राहत नहीं मिलती देख भारी वाहनों ने अपना रास्त बदल लिया है। अब भारी वाहनों ने दिल्ली-एनसीआर पहुंचने के लिए दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे को छोड़कर अलीगढ़-पलवल रोड का रुख करना शुरू कर दिया है। जिसकी वजह से चांदहट थाने से लेकर यमुना पुल तक करीब दस किलोमीटर लंबा जाम लग गया है।
पुलिस ने दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे पर जाम को नियंत्रित करने के लिए चांदहट थाने पर भारी वाहनों को रोक दिया है, जबकि बाकी वाहनों की आवाजाही जारी है।
नए कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई लड़ रहे किसान अपनी मांगों को लेकर किसी भी सूरत में झुकने को तैयार नहीं हैं। किसानों ने सरकार से जल्द उनकी मांगे मानने की अपील की है।
बता दें कि किसान हाल ही बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों – द प्रोड्यूसर्स ट्रेड एंड कॉमर्स (प्रमोशन एंड फैसिलिटेशन) एक्ट, 2020, द फार्मर्स ( एम्पावरमेंट एंड प्रोटेक्शन) एग्रीमेंट ऑन प्राइस एश्योरेंस एंड फार्म सर्विसेज एक्ट, 2020 और द एसेंशियल कमोडिटीज (एमेंडमेंट) एक्ट, 2020 का विरोध कर रहे हैं।