बिहार में कानून व्यवस्था पर सख्ती के बीच अब परिवहन विभाग की ओर से शुरू ओवरलोडिंग वाहनों के खिलाफ अभियान का लाभ दिखने लगा है। न केवल ऐसी गाड़ियों पर नकेल कसी जा रही है, बल्कि उनसे जुर्माना के रूप में करोड़ों की वसूली भी हो रही है। केवल तीन दिनों के अभियान में ही विभाग को दो करोड़ से अधिक की आमदनी जुर्माने के रूप में हो गई है।
बुधवार को भी परिवहन विभाग की ओर से राज्यभर में ओवरलोडिंग ट्रक व अन्य भारी वाहनों पर कार्रवाई के लिए विशेष सघन जांच अभियान चलाया गया। सभी जिलों में तीन दिनों में 514 व्यावसायिक वाहनों को ओवरलोडिंग सहित अन्य नियमों के उल्लघंन किए जाने पर कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाया गया है। विशेष जांच अभियान में ओवरलोडिंग व्यावसायिक वाहनों पर तीन दिनों में 2 करोड़ 5 लाख का जुर्माना लगाया गया है।
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि ओवरलोडिंग वाहनों का परिचालन किया जाना सड़क सुरक्षा नियम एवं मोटर वाहन अधिनियमों का उल्लंघन है। लगातार एक सप्ताह तक सघन जांच अभियान चलाया जाएगा। बालू लदे एवं अन्य ओवरलोडिंग वाहनों की जांच में अब तक 367 वाहनों को जब्त किया गया है। वहीं ओवरलोडिंग 124 वाहनों (ट्रक, बस एवं अन्य व्यावसायिक वाहन) के परमिट रद्द करने की अनुशंसा संबंधित जांच पदाधिकारियों की ओर से की गई है। विभाग ने सभी जिलों के डीएम को निर्देश दिया है कि ओवरलोडिंग वाहनों पर कठोर कार्रवाई करें। ओवरलोडिंग वाहनों जांच एवं कार्रवाई के लिए जिला परिवाहन पदाधिकारी, एमवीआई और ईएसआई को भी निर्देश दिया गया है।