अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ईरान के शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक की हत्या के पीछे इजरायल का हाथ था। हालांकि, उन्होंने इस बारे में जानकारी देने से इनकार कर दिया कि डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन को हमले के बारे में मालूम था या नहीं।
अधिकारी ने कहा कि इजरायल ने अतीत में अमेरिका के साथ ऐसे ऑपरेशंस से पहले अपने लक्ष्यों और गुप्त ऑपरेशन के बारे में जानकारी साझा की थी। लेकिन, वे यह नहीं बता सकेंगे कि इस बार भी ऐसा किया गया था या नहीं। उन्होंने बताया कि ईरानी परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजदेह लंबे समय से इजरायल के टारगेट पर बने हुए थे।
वहीं, ईरान ने भी हमले के लिए इजरायल को दोषी ठहराया और कहा कि ऑपरेशन इजरायल की विदेशी खुफिया एजेंसी मोसाद द्वारा किया गया है। जबकि ईरान ने इजरायल को लेकर कोई सबूत नहीं दिया है, तो वहीं, इजरायल ने फखरीजदेह की हत्या की न तो जिम्मेदारी ली है और न ही उससे इनकार किया है। न्यू यॉर्क टाइम्स ने सबसे पहले रिपोर्ट किया था कि अमेरिकी अधिकारी ने कहा है कि इजरायल इस हमले के पीछे था। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने हमले को अंजाम दिए जाने से दो सप्ताह पहले इजरायल का दौरा किया था।
बता दें कि मोहसिन फखरीजदेह ईरान के सबसे प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक थे और आईआरजीसी के वरिष्ठ अधिकारी थे। पश्चिमी देशों के सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, वे ईरान में बहुत ही ताकतवर थे और ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम में उनकी प्रमुख भूमिका थी। ईरान के दामावंद काउंटी के अबसार्द शहर में हाल ही में आधुनिक हथियारों से लैस आतंकवादियों ने परमाणु वैज्ञानिक मोहसीन फखरीजदेह की गोली मार कर हत्या कर दी थी।