मध्य प्रदेश के राजगढ़ में एक अलग ही मिसाल स्थानीय कलेक्टर द्वारा पेश की गई। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने लंबित प्रकरण मामले में खुद पर जुर्माना लगाया है। अपने आप पर जुर्माना लगाने वाले कलेक्टर के रूप में संभवत यह प्रदेश का पहला और अजीबोगरीब मामला है। सोमवार 1 दिसंबर को राजगढ़ कलेक्टर नीरज कुमार सिंह सीएम हेल्पलाइन, मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास आदि कई विभागों की समीक्षा कर रहे थे, जिनमें लंबित प्रकरणों की एक लंबी फेहरिस्त उन्हें देखने को मिली। जिस पर कार्यवाही करते हुए कलेक्टर महोदय ने अपने साथ-साथ विभाग से संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर भी जुर्माना लगाया।
यह जुर्माना उन विभागों के कर्मचारी और अधिकारियों को लगाया गया था, जिनकी शिकायतें मिलने के बावजूद उन पर कोई कार्यवाही नहीं की गई थी। लगभग 1140 शिकायतों के लंबित होने पर जुर्माने के रूप में 1लाख से भी अधिक जुर्माना लगाया गया। कलेक्टर ने प्रत्येक शिकायत पर 100 रुपये जुर्माना राशि दंड स्वरूप लगाया। इसी के साथ कलेक्टर महोदय ने सभी कर्मचारी और अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि 1 हफ्ते के भीतर जल्द से जल्द इन सभी लंबित शिकायतों का निराकरण एवं निवारण किया जाए।
कलेक्टर महोदय के अनुसार उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि सभी विभागों की समीक्षा उन्हीं के द्वारा की जानी होती है और लंबित प्रकरणों का निराकरण समय पर न होने पर अंततोगत्वा दायित्व उन्हीं पर बनता है तो सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ उनका भी दायित्व देखते हुए उन्होंने खुद पर भी हर्जाना लगाया।