बिहार विधानसभा चुनाव 2020 मिली करीबी हार के बाद राजद के तेवर तल्ख बने हुए हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री रहे रामविलास पासवान के निधन के बाद बदले राजनैतिक हालात में बिहार चुनाव में मात्र एक सीट पर जीती एलजेपी भी बार्गेनिंग की स्थिति में नहीं है। इस बीच रामविलास पासवान के निधन से खाली हुई राज्यसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में जब भाजपा ने सुशील मोदी को प्रत्याशी बनाने का ऐलान कर दिया है तो वहीं आरजेडी भी रीना पासवान के बहाने दलितों पर दांव लगाना चाहती है।
लोजपा संस्थापक और पिता के निधन से खाली हुई सीट पर बेटा और लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने भाजपा से अपनी मां रीना पासवान को उम्मीदवार बनाने की मांग की थी लेकिन बिहार चुनाव में लोजपा की स्थिति देखते हुए बदले हालात में एनडीए ने इस सीट से बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री रहे सुशील मोदी को प्रत्याशी बनाने की घोषणा कर दी। बदले हालात में राजद भी अब एनडीए प्रत्याशी को वॉकओवर देने के मूड में नहीं है।
पार्टी इस सीट पर बड़ा दांव खेलते हुए लोजपा प्रमुख और चिराग पासवान की मां रीना पासवान के बहाने दलितों पर निशाना साधना चाह रही है। चिराग यदि तैयार होते हैं तो राजद रीना पासवान पर दांव लगाने को तैयार है। राजद का कहना है कि यह सीट दलित कोटे की है, जिस पर भाजपा सुशील मोदी के रूप में एक वैश्य को उच्च सदन में भेज रही है। हालांकि लोजपा ने अभी राजद के इस ऑफर पर चुप्पी साध रखी है।