पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की उपाध्यक्ष मरयम नवाज ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान की सरकार उन्हें चूहों द्वारा दूषित खाना खाने को मजबूर कर रही है। मरयम अभी पंजाब की कोट लखपत जेल में बंद हैं।
जिओ न्यूज के मुताबिक, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरयम ने पत्रकारों के साथ एक अनौपचारिक बातचीत में कहा कि उन्हें दी जा रही दवाइयां इस्तेमाल के लायक भी नही थीं। मरयम ने कहा, जेल में मुझे फफूंद लगी दवाओं को खाने के लिए मजबूर किया जा रहा था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि उनकी जेल की कोठरी और बाथरूम में कैमरे लगे हैं।
आपको बता दें मरयम नवाज मनी लॉन्डरिंग के आरोप में जेल में बंद थीं। इसके पहले उन्होंने कहा था, “मैं दो बार जेल गई हूं और यदि एक महिला के तौर पर मैं बता दूं कि जेल में मेरे साथ कैसा सुलूक किया गया तो वह (सरकार) अपना चेहरा भी नहीं दिखा पाएंगे।
आंतरिक और जवाबदेही के मामलों में प्रधानमंत्री के सलाहकार, बैरिस्टर मिर्जा शाहजाद अकबर ने मरयम के लगाए आरोपों को खारिज कर दिया है कि जेल में उन्हें चूहों द्वारा दूषित खाना दिया जाता है। अकबर ने कहा, “इस महिला का खाना हमेशा घर से बनकार आया।” उस हिसाब से चूहा घर से आया या फिर यह अपनी पारिवारिक परंपरा के मुताबिक झूठ बोल रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ये चूहे काफी शरीफ लगते हैं जो कुछ खाना छोड़ देते हैं।
अपनी दादी बेगम शमीम अख्तर की मृत्यु पर बोलते हुए मरयम ने कहा कि उनकी मौत के दो तीन दिन पहले उन्होंने अपनी दादी से वीडियो कॉल पर बात की थी। मरयम ने कहा, मेरी दादी की यादाश्त कमजोर हो गई थी। आखिरी बार उनसे बात करने पर वे पूछ रही थीं कि मैं जेल से रिहा हुई या नहीं। उन्हें ये लगता था कि मैं अभी भी जेल में हूं। मरयम को पिछले साल नवंबर में जेल से रिहा कर दिया गया था।
अपनी दादी की मौत को उन्होंने परिवार के लिए बड़ा सदमा बताया। उन्होंने इमरान खान सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने मुझे दादी की मौत के बारे में भी नहीं बताया। इस समय मरयम पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) की रैली को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा, मेरा बेटा, जुनैद सफदर, लाहौर तक मुझे यह बताने के लिए आया क्योंकि पीडीएम जलसे में कोई फोन कॉन्टैक्ट नहीं था। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को पाकिस्तान लौट आने को कहा।
तत्कालीन सरकार की खामियों पर प्रश्न उठाते हुए पाकिस्तान के भविष्य पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जिस हालात में देश इस वक्त है उन्हें देखते हुए लगता है कि इस सरकार को जाना होगा। मेरी एनालिसिस कहती है कि स्थितियां बहुत खराब हैं और यह सरकार अब चल नहीं सकती। अब गैस संकट हमारे सर पर है, बिजली के बिल हर महीने 10 हजार रुपयों का आंकड़ा पार कर रहे हैं। सरकार के भीतर से ही आवाजें उठने लगी हैं।