दिव्यांग महिलाओं के साथ समाज का रवैया हमेशा कठोर ही रहा है। उनकी सुरक्षा के मुद्दे पर तमाम दावे होने के बावजूद उनके साथ कुछ न कुछ गलत होता ही रहता है। अब मध्य प्रदेश के देवास में ऐसा ही एक मामला देखने को मिला है। दरअसल मध्य प्रदेश के कबीर आश्रम में रह रही एक दिव्यांग महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया है। यह जानकारी जिलाधिकारी ने बुधवार को दी। जिला कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला ने बताया कि कबीर आश्रम की 22 साल की मूक बधिर महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया जिसके बाद उसने बच्ची को जन्म दिया है।
आईएएस शुक्ला ने कहा कि इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। आगे की तहकीकात के लिए टीमों का गठन भी कर दिया गया है। आश्रम में पूछ-ताछ के बाद पुलिस को पता चला है कि इस महिला को 6 साल की उम्र में उसके माता-पिता ने वहां छोड़ दिया था। उसके बाद से ही वह देवास जिले में कबीरपंथी समूह द्वारा चलाए जा रहे दो आश्रमों में रह रही थी। जिला अस्पताल में बच्ची के जन्म के बाद यह मामला सामने आया है। अधिकारी ने बताया, पुलिस तहकीकात कर रही है कि यह मूक-बधिर महिला गर्भवती कैसे हुई और इसी संदर्भ में अज्ञात लोगों के खिलाफ देवास में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब आश्रम में रह रहे लोगों का डीएनए टेस्ट कराएगी। पुलिस यह भी कयास लगा रही है कि महिला को आश्रम के बाहर भी यौन शोषण का शिकार बनाया गया होगा। इस घटना के बाद 6 अन्य महिलाओं को आश्रम से बचाया गया है।