गोरखपुर के गीडा में एक क्लीनिक के कर्मचारी की बदमाशों ने सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। गोली लगने से युवक के सिर का पिछला हिस्सा उड़ गया। मौके पर ही उसका हेलमेट गिरा था। सिर मांस के लोथड़े में बदल गया था।
कर्मचारी का शव गाहासाड़ पुल से पहले रेलवे लाइन से कुछ दूरी पर बंधे पर पड़ा मिला। चिलुआताल के मोहम्मदपुर माफी गांव का 40 वर्षीय ओंकार गीडा के सेक्टर 23 स्थित एक क्लीनिक में कर्मचारी था। मंगलवार शाम वह दोस्तों को दावत के लिए बुलाने की बात कहकर घर से निकला। रात करीब नौ बजे तक वह घर नहीं पहुंचा तो परिवारवाले चिंतित हो गए। उन्होंने उसके मोबाइल पर फोन करना शुरू किया लेकिन मोबाइल नहीं उठा।
इसके बाद परिवारीजनों ने खोजबीन शुरू कर दी। उधर, गाहासाड़ पुल के पास खून से लथपथ युवक का शव देखकर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मोबाइल और पर्स से उसकी शिनाख्त कर परिवार वालों को घटना के बारे में जानकारी दी। शव मिलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। फोरेंसिक टीम भी बुलाई गई। ओंकार के भाई अत्रिमुनि ने किसी से दुश्मनी से इनकार किया है।
मिली जानकारी के अनुसार संतकबीरनगर के सरकारी अस्पताल के डॉ.मोहन झा गीडा सेक्टर 23 में रहते हैं। वह यहां भी एक क्लीनिक चलाते हैं। ओंकार लम्बे समय से उनकी क्लीनिक पर तैनात था। मंगलवार की शाम रोज की तरह वह क्लीनिक का काम निपटा कर बाइक से घर चला गया था। भाई ने बताया कि शाम सात बजे के करीब ओंकार घर पहुंचा था। थोड़ी देर बाद कुछ दोस्तों को दावत देने की बात कहकर पत्नी को खाना बनाने के लिए कहा और खुद दोस्तों को लाने के लिए चला गया। देर रात तक घर नहीं लौटा तो परिवारवालों ने तलाश शुरू की। कुछ समय बाद उसकी हत्या की खबर मिली।
दोस्तों की तलाश में जुटी पुलिस
ओंकार की हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस उसके दोस्तों की तलाश में जुट गई है। इसके लिए पुलिस उसके मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाल रही है।