चाइल्ड पोर्नोग्राफी केस में जेई के तीसरे लैपटाप में सीबीआई को काफी कुछ अहम साक्ष्य मिलने की उम्मीद है, जिसकी तलाश चल रही है। सूत्रों की मानें तो सीबीआई के हाथ अभी जेई के करीब पांच वर्ष के काले कारनामों के सबूत ही लग पाए हैं, जबकि इतने ही साल के कारनामों के साक्ष्य जुटाने हैं।
सीबीआई के हाथ अभी तक जेई के दो लैपटाप लगे हैं। सूत्रों की मानें तो अभी जेई का तीसरा लैपटाप सीबीआई के हाथ नहीं लगा है। इसके मिलने पर सीबीआई के हाथ जेई का काफी कुछ रहस्य पता चल सकता है। मुख्यालय की कई दुकानों में खोजबीन के बाद सीबीआई अब लैपटाप की तलाश में जेई के कुछ नजदीकी व रिश्तेदारों के यहां पहुंच रही है। सूत्र बताते हैं कि सीबीआई के हाथ यह तीसरा लैपटाप लगा तो जेई के कुकृत्य संबंधी और भी मजबूत साक्ष्य मिल सकते हैं। सीबीआई जेई के पूरे कारनामे की जानकारी हासिल होने की बात कह रही है। उसके हाथ अभी तक 34 वीडियो ही लग पाए हैं. जिसका जिक्र सीबीआई ने एफआईआर में किया है। सूत्रों का दावा है कि सीबीआई अभी पांच वर्ष के भीतर का ही डाटा एकत्र कर पाई है। जेई के कारनामों की अन्य गतिविधियां तीसरे लैपटाप में होना माना जा रहा है।
हाईक्वालिटी वीडियो, कई क्लोजअप शार्ट देख सीबीआई चौक्कनी
सिंचाई विभाग कर्वी के जेई रामभवन के खिलाफ मिले बच्चों के यौन शोषण के वीडियो हाई क्वालिटी के हैं। वीडियो क्लोजअप शॉर्ट बनाए गए थे। माना जा रहा है कि प्रोफेशनल पॉर्न वीडियो शूट अकेले जेई के बस की बात नहीं है, जरूर उसके साथ और कोई ट्रेंड शख्स भी है। ऐसे में रिमांड मिलने पर सीबीआई रूपांतरण की योजना बना रही है, जिससे पता चल सके कि जेई अकेले इस कुकृत्य है या कोई और शामिल है। मासूम बच्चों के यौन शोषण के आरोपित जेई रामभवन (अब निलंबित) की घिनौनी करतूत के सबूत विश्वसनीय सूत्र से मिले थे। तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर सीबीआई ने तह तक जांच की तो पॉर्न वीडियो और फोटो के ऑनलाइन व्यापार की पुष्टि हुई। तीन मोबाइल नंबर और तीन ईमेल आईडी के जरिए मासूम बच्चों का यौन शोषणकर बनाए गए वीडियो और फोटो विदेशों में भेजे जाते थे। सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई के हाथ लगे बच्चों के पोर्न वीडियो और फोटो हाई क्वालिटी के हैं। महंगे कैमरे का प्रयोग कर इन्हें बनाया गया है। माना जा रहा है कि ये सब अकेले जेई के बस की बात नहीं है। इस घिनौनी कारस्तानी में और भी लोग शामिल रहे। रिमांड मिलने के बाद इस तकनीकी साक्ष्य की पुष्टि के लिए रूपांतरण भी कराया जाएगा।
जेई के साथ मंझा खिलाड़ी भी शामिल
माना जा रहा है कि यौन शोषण के वीडियो और फोटो बनाने के लिए आरोपित जेई के सिंडीकेट मेंकोई मंझा खिलाड़ी भी शामिल है। वह फोटो और वीडियोग्राफी के साथ ऑनलॉइन व्यापार की हर बारीकियों से परिचित है। उसके हाथ लगते ही बहुत बड़े सिंडीकेट का खुलासा हो सकता है।
छोटे मासूम लड़कों का रहा शौकीन
चाइल्ड पॉनोग्राफी का आरोपित जेई रामभवन सिर्फ मासूम लड़कों का शौकीन था या फिर ऑनलाइन व्यापार की डील में शामिल होगा। सीबीआई के हाथ अब जो भी वीडियो या फोटो लगे, उससे इसकी पुष्टि हुई। एक वीडियो या फोटो में कोई भी किशोरी या मासूम बच्ची नहीं है। यही वजह रही कि सीबीआई की एफआईआर में आईटी एक्ट, पाक्सो और अप्राकृतिक यौन शोषण की धाराएं जेई के खिलाफ लगी हैं। आईपीसी 376 (दुष्कर्म) की धारा में अब तक उसे आरोपित नहीं बनाया गया है।
जेई के गुनाहों के कई और साक्ष्य भी हाथ लगे
फोटो, वीडियो, ऑनलाइन व्यापार के लिए प्रयोग किए जाने वाले फोन नंबर और ईमेल आईडी, वेब कैम, लैपटॉप, स्पाई कैम के साथ सीबीआई कई और साक्ष्य आरोपित जेई के खिलाफ जुटा चुकी है। इसमें उसके गुनाहों के जीते-जागते सबूत मिलने के साथ कई हाईप्रोफाइल कनेक्शन और अड्डों की जानकारी भी जुटा चुकी है