जम्मू-कश्मीर के नगरोटा एनकाउंटर के बाद सुरक्षा बल पाकिस्तान द्वारा रची जाने वाली साजिशों को नाकाम करने के लिए फुल बॉडी ट्रक स्कैनर्स को इंस्टॉल करने पर जोर दे रहे हैं। सुरक्षा बलों का कहना है कि आने वाले समय में नगरोटा जैसे मामलों को रोकने के लिए जम्मू-कश्मीर में कई चेक पोस्ट्स पर ट्रक स्कैनर्स की जरूरत है, जिससे कोई भी आतंकवादी ट्रकों में छिप कर न जा सके।
सरकारी सूत्रों ने बताया, ”सेब से भरे ट्रकों में आतंकवादी छिपे हुए थे। जम्मू-कश्मीर पुलिस को उनकी जानकारी होती तो उन्हें ढूंढकर पहले ही मारा जा सकता था।” उन्होंने बताया कि सेब के सीजन में कश्मीर घाटी में सेब से लदे हुए ट्रक अन्य और पड़ोसी राज्यों में जाते हैं। इन ट्रकों का इस्तेमाल कई बार आतंकियों द्वारा भी छिपने के लिए इस्तेमाल कर लिया जाता है।
सूत्रों ने कहा कि किसी-किसी ट्रकों की चेकिंग सेब को उतारकर की जाती है, लेकिन फुल बॉडी ट्रक स्कैनिंग मशीनों के अभाव में सभी ट्रकों को चेक नहीं किया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि इन मशीनों की मदद से बिना ट्रैफिक पर असर आए ट्रकों की चेकिंग की जा सकेगी। इससे सुरक्षा जोखिमों को भी कम किया जा सकेगा।
सूत्रों के अनुसार, राज्य सरकार और केंद्र सरकार को स्थिति से अवगत कराया गया है और इन स्कैनर को प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। नगरोटा की घटना में, सांबा सेक्टर से चार आतंकवादी भारतीय क्षेत्र में घुस गए थे और फिर उन्होंने ट्रक का इस्तेमाल किया था।
यह ट्रक कश्मीर घाटी की ओर अपने रास्ते पर था जब इसे नगरोटा के पास बान टोल प्लाजा के पास सुरक्षा बलों ने रोक दिया था और सभी आतंकवादी मारे गए थे। पाकिस्तान के जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी समूह से संबंधित आतंकवादी जैश प्रमुख मौलाना मसूद अजहर के भाई अब्दुल रऊफ असगर के लगातार संपर्क में थे