दिल्ली में कोविड-19 के कारण दम तोड़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाटों पर शवों की संख्या बढ़ने लगी हैं। बीते दस दिनों में निगम बोध घाट पर 210 कोरोना संक्रमित मरीजों का अंतिम संस्कार किया गया। हालांकि दिल्ली नगर निगम का दावा है कि दाह संस्कार की व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अनुसार अंतिम संस्कार के लिए कुल 104 में से 52 लकड़ी की चिताओं व 3 सीएनजी भट्टियों को चिन्हित किया हुआ है। पिछले दस दिनों में एक दिन में कोरोना मरीजों के शवों की कुल संख्या 22 से अधिक नहीं रही। निगम के अनुसार शनिवार शाम 5.30 बजे तक 20 शवों का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर किया गया।
जल्द शुरू होगी नई सीएनजी प्लेटफार्म
अंतिम संस्कार के लिए निगम बोध घाट पर 3 नई सीएनजी का प्लेटफार्म सोमवार को शुरू हो सकते हैं। इन नए प्लेटफार्म के साथ निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार के लिए छह भट्टियां उपलब्ध होंगी। उपरोक्त के अलावा, यमुना नदी पर 13 चिता प्लेटफॉर्म हैं, जिनका उपयोग निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार के लिए आने वाले शवों की संख्या में वृद्धि के समय किया जा सकता है। इस घाट पर 65 लकड़ी की चिताओं और 6 सीएनजी भट्टियों की सुविधा उपलब्ध होगी। वहीं अधिकारी ने बताया कि निगम अतिरिक्त सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए निगम बोध घाट पर शव को कंधा देने वाले 4 व्यक्तियों को पीपीई किट उपलब्ध कराएगा।
अंतिम संस्कार के लिए लोकनायक से 13 शव
दिल्ली नगर निगम के अनुसार शनिवार को निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार के लिए लाए गए 20 शवों में से 13 शव लोकनायक अस्पताल से थे। वहीं राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल से एक और 6 अन्य शव दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों से लाए गए थे। निगम के अनुसार इन 20 शवों में से 4 शवों का अंतिम संस्कार सीएनजी पर और 16 शवों का अंतिम संस्कार लकड़ी के माध्यम से किया गया। इसके अलावा नॉन कोविड के 3 शव का सीएनजी पर जबकि 37 शवों का लकड़ी अंतिम संस्कार किया गया।