दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध लेडी श्रीराम कॉलेज फॉर वुमन ने अपने यहां छात्राओं को दो किस्तों में फीस देने, कम करने व जरूरतमंद छात्राओं को लैपटॉप देने के लिए एक समिति का गठन किया है।
ज्ञात हो कि परिवार की कथित तौर पर खराब माली हालत के कारण इसी कॉलेज की एक छात्रा के आत्महत्या कर ली थी। कॉलेज ने द्वितीय वर्ष की कुछ छात्राओं को छात्रावासों में रहने की अनुमति देने की घोषणा की है।
कॉलेज ने एक नोटिफिकेशन निकाला है जिसमें कहा गया है कि यह निर्णय इसलिए लिया गया है कि कुछ छात्राएं परिसर में नहीं होने के कारण कुछ सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पा रही हैं। कॉलेज ने इस साल फीस में से कुछ शुल्क हटा दिए हैं। इससे फीस काफी कम हो जाएगी। इसके अलावा, किस्तों में भी फीस का भुगतान किया जा सकता है।
कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण उत्पन्न हुई परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, प्रथम वर्ष की नयी छात्राओं और तृतीय वर्ष की विद्यार्थियों को छात्रावास में जगह मुहैया कराए जाने के बाद वर्तमान द्वितीय वर्ष की छात्राओं को नए आवेदन पर और आवश्यकता के आधार पर छात्रावास में रहने की अनुमति दी जाएगी। कॉलेज प्रशासन ने यह भी निर्णय लिया है कि महामारी का प्रकोप कम होने पर छात्रावास सीटों को बढ़ाकर एक बार फिर 288 कर दिया जाएगा और जरूरत के आधार पर, द्वितीय और तृतीय वर्ष की कुछ और छात्राओं को छात्रावासों में जगह मुहैया कराई जाएगी।
ज्ञात हो कि परिवार की खराब माली हालत के कारण अपनी पढ़ाई को लेकर चिंतित दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज में पढ़ रही तेलंगाना की एक छात्रा ऐश्वर्या (19) ने दो नवम्बर को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। कॉलेज प्रशासन का यह फैसला छात्रा की मौत के बाद छात्र संघ की मांगों के उपरांत आया है।