कोरोना की तीसरी लहर के कहर से देशभर में हाहाकार मचा हुचा है। तेजी से बढ़ते आंकड़ों और मौत के ग्राफ को देखते हुए इस महामारी पर काबू पाने के लिए गुजरात में जहां एक बार फिर से कर्फ्यू लगाना पड़ा है, वहीं मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में भी सख्ती बढ़ गई है।
गुजरात में लगा 57 घंटे का कर्फ्यू
गुजरात के अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा और राजकोट में शुक्रवार रात 9 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक लगातार 57 घंटे तक कर्फ्यू लगाने की गुजरात सरकार की घोषणा के बाद सभी जगह सन्नाटा पसरा हुआ है। कोरोना संक्रमण पर रोक के लिए गुरुवार रात अचानक सरकार की ओर से की गई इस घोषणा के बाद राज्य के सबसे बड़े शहर अहमदाबाद में शुक्रवार को दिनभर बाजारों में अफरा-तफरी का माहौल रहा। बाजारों और सुपर मार्ट आदि में लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। हर जगह लोग रोजमर्रा की जरूरत की चीजें खरीदते देखे गए। पुलिस को कुछ स्थानों पर भीड़ को नियंत्रित करना पड़ा।
सरकार के इस कदम से कई स्थानों पर लोग गुस्से में भी दिखे। उनका कहना था कि हाल में राज्य में 8 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के दौरान नेताओं ने खूब भीड़ जुटाई। इसके बाद दिवाली के दौरान भी बाजारों में अनियंत्रित भीड़ रही। सरकार और प्रशासन ने तब कुछ नहीं किया और अब लोगों को फिर अचानक कर्फ्यू जैसे कदमों से मुश्किल में डाला जा रहा है।
गुजरात में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 1420 नए मामले सामने आए, जबकि सात लोगों की मौत हो गई। इसके बाद अब तक कुल मौतों का आंकड़ा बढ़कर 3837 हो गया है और संक्रमितों की कुल संख्या 1,94,402 पर पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे में 1040 और लोगों के ठीक होने से अस्पतालों से अब तक छुट्टी पाने वालों का आंकड़ा बढ़कर 1,77,515 हो चुका है। एक्टिव मामले बढ़कर 13050 हो गए हैं, जिनमें से 92 लोग वेंटिलेटर पर हैं। शुक्रवार को अहमदाबाद में तीन, सूरत में दो और राजकोट व पाटन में एक-एक मौतें हुईं। गुजरात में 4.93 लाख लोग क्वारंटाइन में हैं।
लॉकडाउन नहीं, रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाया जा सकता है : शिवराज
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कहा है कि प्रदेश में फिर से लॉकडाउन नहीं लगेगा। उन्होंने कहा कि मास्क का उपयोग सभी के लिए जरूरी है, इसमें ढिलाई बरतने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिन शहरों में कोरोना संक्रमण के अधिक मामले सामने आएंगे वहां रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाया जा सकता है और छोटे कंटेनमेंट जोन बनाकर गंभीर स्थिति वाले क्षेत्रों में सख्ती बढ़ाई जा सकती है।
मुख्यमंत्री चौहान ने भोपाल और इंदौर में गुरुवार को अपेक्षाकृत अधिक संख्या में आए पॉजिटिव केंसों से चितिंत होकर प्रदेश में कोरोना के संबंध में शुक्रवार को मंत्रालय से वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा जिला कलेक्टर्स से चर्चा में कहा कि सभी जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक बुलाकर कोरोना की स्थिति के संदर्भ में सुझाव प्राप्त किए जाएं। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल कमाण्ड सेंटर सक्रिय रहें और आइसोलेशन के रोगियों की समुचित देखरेख भी सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता के प्रयास निरंतर हों। जागरूकता प्रयासों में एनजीओ भी सहयोग करें। बुजुर्ग लोग घरों से अधिक बाहर न निकलें। विवाह समारोह और सांस्कृतिक गतिविधियां सीमित संख्या की भागीदारी में हों और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि जिन नगरों में कोरोना संक्रमण के अधिक मामले सामने आएंगे वहां रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाया जा सकता है। छोटे कंटेनमेंट जोन बनाकर गंभीर स्थिति वाले क्षेत्रों में सख्ती बढ़ाई जा सकती है। आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही करने वाले ट्रांसपोर्ट को भी नहीं रोका जाएगा। अर्थव्यवस्था की गति को कायम रखते हुए सिर्फ इसलिए सावधानी के प्रयास बढ़ाए जा रहे हैं ताकि कोरोना का प्रसार न हो।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक संगठनों की गतिविधियां जारी रहेंगी। श्रमिकों के आने-जाने पर कोई रोक नहीं होगी। शिक्षा व्यवस्था के कक्षा एक से आठ की कक्षाएं आगामी आदेश तक नहीं लगेंगी। महाविद्यालय भी अभी बंद रहेंगे। कक्षा नौ से बारह के छात्र-छात्राएं एवं कॉलेज के छात्र-छात्राएं विभागों द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप मार्गदर्शन के लिए स्कूल या कॉलेज आकर शिक्षण व्यवस्था का लाभ ले सकेंगे। सिनेमाघर अभी पूर्व व्यवस्था के अनुसार 50 प्रतिशत दर्शक संख्या के साथ संचालित हो सकते हैं।