भाजपाराष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार ‘अनजान’ ने कहा है कि मेवालाल चौधरी के भ्रष्टाचार की जानकारी सारे देश को थी। मेवालाल के शपथग्रहण समारोह में सबकुछ जानते हुए भी देश के गृह मंत्री अमित शाह शामिल हुए।
उन्होंने कहा है कि केन्द्रीय गृह मंत्री की उपस्थिति में मेवालाल चौधरी ने शपथ ली और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में उस तथाकथित विजय और मंत्रिमंडल के गठन को अपनी सहमत दी। भाजपा-जदयू गठबंधन बिहार में सबसे बड़ा गठबंधन है। उनके नेता को नैतिक जिम्मेदारी भी लेनी चाहिए और उसे बिहार और देश से माफी मांगनी चाहिए।
अनजान ने आगे कहा है कि बिहार के 14 शपथ लिए मंत्रियों में आठ मंत्री पर अपराधिक मामले दर्ज है। प्रधानमंत्री और भाजपा के नेता राजनीतिक नैतिकता की वकालत करते हैं, उन्हें तत्काल बिहार में इन मंत्रियों को हटाने के लिए कदम उठाने चाहिए।
नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल आधा दर्जन मंत्रियों को देना पड़ा है इस्तीफा
नीतीश कुमार तीन ‘सी’ क्राइम, करप्शन व कम्यूनिलिज्म से समझौता नहीं करने वाले मुख्यमंत्री के रूप में जाने जाते हैं। विभिन्न आरोपों की वजह से उनके मंत्रिमंडल में शामिल आधा दर्जन मंत्रियों को इस्तीफा देना पड़ा है। अपनी पहली सरकार में ही उन्होंने मंत्री बनाने के 24 घंटे के भीतर जीतनराम मांझी का इस्तीफा लिया। फिर रामानंद सिंह को पद छोड़ना पड़ा। 19 मई 2011 को कोर्ट द्वारा फरार घोषित होने के बाद सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह ने इस्तीफा दिया। अक्टूबर, 2015 में स्टिंग ऑपरेशन में 4 लाख घूस लेते पकड़ाए निबंधन उत्पाद मंत्री अवधेश कुशवाहा ने इस्तीफा दिया। बालिकागृह कांड के बाद सीबीआई की तलाशी के दौरान ससुराल से कारतूस बरामद होने पर 2018 में तत्कालीन समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा से इस्तीफा ले लिया गया। इस कड़ी में महज तीन दिन के मंत्री मेवालाल चौधरी का नाम भी जुड़ गया है।