यूपी के बलिया में पत्नी ने ही भाजपा नेता पति की हत्या की सुपारी दे दी। संयोग से उनकी जान बची। दो सुपारी किलर पुलिस के हत्थे चढ़ गये हैं। पुलिस ने भाजपा नेता की पत्नी समेत चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
सुखपुरा गांव निवासी भाजपा नेता ठाकुर अनूप सिंह साल 2016 में भारतीय जनता पार्टी के विधान परिषद के प्रत्याशी रहे हैं। वर्तमान में किसान मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व भारत रक्षा मंच के राष्ट्रीय मंत्री हैं। बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के सुल्तानपुर की रहने वाली उनकी पत्नी विभा सिंह से पारिवारिक विवाद फैमली कोर्ट बलिया में चल रहा है।
इसी बीच उनकी पत्नी ने अनूप की हत्या की साजिश रच दी। पति की हत्या के लिए सुपारी दे दी। सुपारी लेने के बाद एक बदमाश ने किन्हीं कारणों से अनूप से सम्पर्क कर पूरे मामले की जानकारी दे दी। उनकी पत्नी से हुई बातचीत का ऑडियो भी दे दिया। अनूप ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने मंगलवार को असेगा पेट्रोल पम्प के पास से सहतवार वार्ड संख्या चार निवासी छोटे सिंह उर्फ सतीश सिंह व मनियर थाना क्षेत्र के मुड़ियारी निवासी अख्तर अंसारी को गिरफ्तार कर लिया।
भाजपा नेता ठाकुर अनूप सिंह की हत्या लखनऊ में एक प्राईवेट स्कूल के सामने करने की तैयारी थी। उनकी पत्नी विभा ने पेशगी के तौर पर सुपारी लेने वाले बदमाशों को कुछ रुपये पहले ही दे दिया था। बाकि रकम काम होने के बाद देने की बात तय हुई थी।
विभा से प्रेम विवाह करने वाले भाजपा नेता की दो संतानें एक बेटा व एक बेटी है। कुछ साल पहले पत्नी से अनबन के बाद मामला कोर्ट तक चला गया। चूंकि दोनों बच्चे विभा के पास रहते है लिहाजा उसने उनकी पढ़ाई की बात अनूप से की। तय हुआ कि लखनऊ में ही बेटी का एडमिशन कराया जायेगा। विभा ने प्रवेश के लिये स्कूल आने के बाद ही हत्या करने की तैयारी थी।
बदमाशों ने भी पूरी तरह से जाल बिछा दिया था। हालांकि इसकी भनक किसी तरह से अनूप को लग गई। इसके बाद उन्होंने खुद स्कूल जाने के बजाय पैसा देकर अपने एक आदमी को भेज दिया। इसके बाद साजिश फेल हो गयी।
लॉकडाउन के दौरान हत्या का किया था प्रयास
भाजपा नेता ठाकुर अनूप सिंह की हत्या की साजिश लम्बे समय से चल रही थी। लॉकडाउन लागू होने के दौरान कुछ दिनों के लिये अनुप गांव पहुंचे थे। वह हर रोज मार्निंग वॉक पर जाते थे लिहाजा बदमाशों ने उसी वक्त हत्या करने का खाका तैयार किया था। सुपारी लेने वाला बदमाश सुबह बलिया-सिकन्दरपुर मार्ग पर एक बागीचे में बैठकर अनूप के आने का इंतजार करने लगा। वह टहलते हुए बागीचे की ओर पहुंचे जरुर, लेकिन उस वक्त उनके साथ बॉडीगार्ड के होने के चलते बदमाश मकसद में कामयाब नहीं हो सके। बताया जाता है कि इसके बाद उनकी रेकी होती रही, लेकिन गांव कम आने के चलते सुपारी किलर सफल नहीं हो सके।
आने वाले खतरे को भांप गये थे अनूप
भाजपा नेता ठाकुर अनूप सिंह अपने ऊपर आने वाले खतरे को भांप गये थे। शायद यहीं कारण था कि लाख प्रयास के बाद भी बदमाशों को सफलता नहीं मिल सकी। सुपारी लेने वाले बदमाशों ने एडवांस में मिले पैसे से हथियार खरीदने के साथ ही गाड़ी का इंतजाम कर लखनऊ पहुंच गये। हालांकि अपनी हत्या की साजिश की जानकारी होने के बाद अनूप अलर्ट हो गये।