उत्तर प्रदेश में बस्ती जिले के कलवारी थाना क्षेत्र में दुष्कर्म की कोशिश में नाकाम प्रेमी ने प्रेमिका का गला दबाकर हत्या कर दी। दस नवंबर को अंजाम दी गई वारदात के बाद 23 वर्षीय युवती के शव को गांव में ही पुआल से ढंककर छिपा दिया था। 15 नवंबर की सुबह दलित युवती का अर्धनग्न शव मिलने के बाद सनसनी फैल गई थी। आईजी अनिल कुमार राय, डीएम आशुतोष निरंजन, एसपी हेमराज मीणा समेत आला अफसर गांव पहुंचे और घटनाक्रम की जानकारी ली।
एसपी स्तर से युवती की गुमशुदगी दर्ज करने में लापरवाही बरतने के आरोपी थानाध्यक्ष कलवारी बिन्देश्वरीमणि त्रिपाठी व हल्का दरोगा शिवधारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर विभागीय जांच बैठा दी गई। घटना के खुलासे के लिए एसओजी प्रभारी राजेश कुमार मिश्रा के साथ तीन टीमों को जिम्मेदारी सौंप दी गई थी।
आरोपी के बाएं पैर में लगी है गोली
आईजी व एसपी ने सोमवार को पुलिस लाइन के प्रेक्षागृह में वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि हत्यारोपी भालचंद्र यादव निवासी तिघरा थाना लालगंज को सोमवार की सुबह करीब पौने छह बजे एसओजी टीम ने मुठभेड़ में गायघाट-सिकन्दरपुर रोड से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी भालचंद्र ने पुलिस टीम पर फायर किया जिसमें एसओजी के सिपाही दिलीप कुमार घायल हो गए। जवाबी कार्रवाई में आरोपी भालचंद्र के बाएं पैर में गोली लगी है। उसे सीएचसी कुदरहा से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। उसके कब्जे से 12 बोर का तमंचा व कारतूस बरामद की गई है।
युवती के मना करने के बाद कर दी हत्या
आईजी के अनुसार आरोपी भालचंद्र ने पूछताछ में बताया कि युवती के गांव में उसके मामा का घर है। लॉकडाउन के बाद अप्रैल 2020 से यहीं रह रहा था। उसने युवती को एक मोबाइल खरीद कर दिया था जिससे दोनों की लंबी बातचीत होती थी। दस नवंबर की शाम गांव के कब्रिस्तान के पास मिलने के लिए बुलाया था। इस दौरान जब उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाने का प्रयास किया तो मृतका ने बिना शादी के ऐसा करने से मना कर दिया। इससे भड़के आरोपी भालचंद्र ने उसके सलवार से गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया और फिर पुआल से अच्छी तरह ढंक दिया।
आईजी ने बताया कि हत्या व शव छिपाने के मुकदमे में दलित उत्पीड़न के साथ आईपीसी 376 व 511 की धाराओं की बढ़ोत्तरी की जा रही है। आईजी ने एसओजी टीम को पचास हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।