उत्तर प्रदेश पुलिस ने आपात स्थिति में हाइवे पर तत्काल मदद पहुंचाने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए पुलिस की आपात सेवा यूपी 112 को पेट्रोलिंग का दायित्व सौंपा गया है। प्रथम चरण में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर 18 पीआरवी तैनात की गई है।
डीजीपी मुख्यालय के निर्देश पर हाइवे के हॉट स्पॉट चिह्नित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही हाइवे पर स्थित हॉस्पिटल भी सूचीबद्ध किए जा रहे हैं। यूपी 112 ने ट्रायल के तौर पर लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर मोर्चा भी संभाल लिया है। ट्रायल पूरा होने पर दूसरे चरण में यमुना एक्सप्रेस वे पर पीआरवी की तैनाती की जाएगी। संसाधनों की कमी के कारण अभी सभी हाइवे पर यह सुविधा देने में समय लगेगा।
अभी जिलों में तैनात पीआरवी अगल-बगल से गुजरने वाले हाइवे पर दुर्घटना संबंधी सूचना पर मदद के लिए पहुंचती है लेकिन इसमें कभी-कभी ज्यादा समय लग जाता है। यूपी 112 के मुख्यालय पर मदद के लिए आने वाली इमरजेंसी कॉल पर पीआरवी को मौके पर भेजा जाता है। जिलों की पुलिस के स्तर से हाइवे पर कुछ हॉट स्पॉट भी चिह्नित हैं। पीआरवी की तैनाती अक्सर इन्हीं हॉट स्पॉट के आसपास की जाती है। इसके अलावा ऐसे स्थानों पर भी की जाती है, जहां छेड़खानी या छिनैती जैसी आपराधिक घटनाएं होती हैं। यूपी 112 की भूमिका दुर्घटनाओं समेत ऐसे सभी मामलों में तत्काल मदद पहुंचाने की होती है।