गाजीपुर के रास्ते उप्र और बिहार को जोड़ने वाले वीर अब्दुल हमीद सेतु पर अभी भारी वाहनों का संचालन ठप रहेगा। बीस नवंबर तक एनएचएआई पुल पर वाहनों के संचालन और इंतजामों को लेकर निगरानी करेगी, इसके बाद ही भारी वाहनों के संचालन पर फैसला होगा। डीएम एमपी सिंह ने पुल पर किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए हैं। हालांकि प्रशासन और एनएचएआई की अधिकारियों की मौजूदगी में शनिवार को हाईटगेज लगाने के बाद छोटे वाहनो, बाइक और कार का संचालन पुल से शुरू किया गया था।
लगातार स्लैब खिसकने और मरम्मत के चलते कई दिनों से प्रभावित अब्दुल हमीद सेतु पर मरम्मत कार्य पूरा हो गया है। एनएचएआई ने सेतु के दोनों तरफ दस दस फीट के लोहे का हाईटगेज बैरियर लगा दिया गया। हमीद सेतु से भारी वाहनों के आवागमन पर अंकुश लगाने के लिए लगे बैरियर को पुल की सेहत के अनुसार ही छूट दिया जाएगा। बेयरिंग खिसकने के बाद लगातार हमीद सेतु से अब्दुल हमीद पर बड़े वाहनों का संचालन रोक दिया गया था। जनता ने पुल पर प्रदर्शन कर ओवरलोडिंग और पुलिस की मिलीभगत को जिम्मेदार बताया था। इसके बाद डीएम ने जांच के निर्देश भी दिए हैं। जिलाधिकारी एमपी सिंह ने बताया कि एनएचएआई की रिपोर्ट के आधार पर दोबारा पुल की क्षमता का आंकलन किया जाएगा। टीम की रिपोर्ट के आधार पर भारी वाहनों के आवागमन के संबंध में निर्णय लिया जाएगा। हमीद सेतु पर 20 नवंबर तक भारी वाहनों का संचालन पूरी तहर से बंद रहेगा तब तक प्रतिदिन क्षमता का आंकलन किया जाएगा।