दरभंगा- समस्तीपुर रेलखंड पर अललपट्टी गुमटी संख्या 24 सी के पास शनिवार शाम करीब छह बजे ट्रेन की चपेट में आने से चार युवकों की मौत हो गयी। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो सिर में गंभीर चोट लगने से चारों की मौत हुई है। घटना की जानकारी मिलने पर मोहल्ले में कोहराम मच गया। हालांकि पुलिस को सूचना दिए बिना ही परिजनों ने आनन-फानन में रात में ही शवों का अंतिम संस्कार कर दिया। आनन-फानन में शवों का अंतिम संस्कार कर दिए जाने को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। अब यह मामला पुलिस की जांच में ही स्पष्ट हो सकेगा।
मृतकों की पहचान बेंता ओपी क्षेत्र के अललपट्टी निवासी पवन राम के पुत्र सन्नी कुमार उर्फ नागो (16), रामचंद्र मंडल के पुत्र राजन कुमार उर्फ बिट्टू (19), स्व़ राजेश मंडल के पुत्र दीपक कुमार (22) तथा बहादुरपुर थाना क्षेत्र के रघेपुरा निवासी महेंन्द्र मंडल के पुत्र कन्हैया साह (17) के रूप में की गई है।
इधर, बेंता ओपी और जीआरपी थानाध्यक्ष को दिये आवेदन में मृतकों के परिजनों ने कहा है कि ट्रेन से धक्का लगने के बाद चारों गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा था कि रास्ते में ही युवकों ने दम तोड़ दिया। अज्ञानतावश हमने शवों का पोस्टमार्टम नहीं कराया। परिजनों ने आवेदन में कहा है कि हमें रेलवे की ओर से किसी प्रकार का मुआवजा नहीं चाहिए।
अललपट्टी रेलवे गुमटी के पास शनिवार शाम छह बजे हुई घटना
उधर, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चारों युवक शनिवार की शाम अललपट्टी रेलवे गुमती के दक्षिण ट्रैक के बगल में बैठे थे। इसी दौरान शाम करीब सवा छह बजे जयनगर-सियालदह गंगासागर एक्सप्रेस दरभंगा जंक्शन से खुलकर लहेरियासराय की ओर जा रही थी। वहीं, दूसरे ट्रैक पर नयी दिल्ली-जयनगर स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस लहेरियासराय से दरभंगा जंक्शन की ओर जा रही थी। तभी दोनों ट्रैक के बीच बैठे युवकों ने रेलवे लाइन पार करने की कोशिश की। इसी दौरान वे ट्रेन की चपेट में आ गए। घटना की जानकारी मिलने पर मृतकों के परिजनों सहित बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए। काफी देर तक वहां अफरातफरी का माहौल बना रहा।
आरपीएफ कमांडेंट अंशुमान त्रिपाठी ने कहा कि घटना की सूचना मिलने पर आरपीएफ इंस्पेक्टर ब्रजेश कुमार तत्काल मौके पर पहुंचे थे। लेकिन वहां उन्हें केवल खून के धब्बे मिले। कोई भी लाश या उसका कोई अंग मौके से बरामद नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि घटना आउटर सिग्नल के बाहर हुई है इसलिए यह मामला स्थानीय पुलिस का है। बेंता ओपी और लहेरियासराय पुलिस को इसकी सूचना दे दी गयी है। वहीं, जीआरपी थाना प्रभारी हारून रशीद ने कहा कि शनिवार की शाम 6.40 बजे हमें इस घटना की सूचना मिली। ट्रेन के चालक ने रनओवर की सूचना दी थी। 7.15 बजे हम लोग मौके पर पहुंचे तो वहां हमें केवल खून के छींटे मिले।
समस्तीपुर रेल मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सरस्वती चंद्र ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि एक न्यूज पोर्टल के माध्यम से मामला संज्ञान में आने के बाद दरभंगा आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक तथा सीनियर सेक्शन इंजीनियर ने रेल लाइन का निरीक्षण किया। लेकिन इन लोगों को घटना के बारे में कोई भी जानकारी नहीं मिली। जिला प्रशासन की ओर से भी इस संबंध में कोई सूचना नहीं मिली है। इस संबंध में कोई सूचना मिलने पर जांच करायी जाएगी।