कानपुर के घाटमपुर में छह साल की मासूम की हत्या का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया संज्ञान। सीएम ने अपराधियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश देने के साथ ही शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्हें पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार इस प्रकरण की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कराकर अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाएगी।
बता दें कि घाटमपुर क्षेत्र के भदरस गांव से शनिवार शाम से लापता 6 वर्ष की मासूम बच्ची का शव गांव के बाहर खेत में पाया गया। बच्ची की निर्मम हत्या कर उसके दोनों फेफड़े निकाल लिए गए हैं। चेहरे पर भी किसी नुकीले हथियार से वार किया गया है। पैरों में रंग लगा होने के कारण तंत्र मंत्र के चक्कर में हत्या की आशंका जताई जा रही है।
जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर भदरस गांव निवासी करन कुरील की बेटी श्रेया उर्फ भूरी (6) शनिवार शाम घर के बाहर खेल रही थी। घर के कुछ लोग खेत की ओर गए थे तथा महिलाएं दीया जलाने की तैयारी कर रही थीं। परिवार वालों के मुताबिक जब दीया रखने के लिए के लिए बच्चों को बुलाया गया तो उसकी दोनों बेटियां आईं लेकिन बीच की बेटी भूरी नहीं आई। इसके बाद खोजबीन शुरू हुई। रातभर गांव और परिवार के लोग खोजते रहे लेकिन बच्ची का कुछ पता नहीं चला।
सरसों के खेत में मिला निर्वस्त्र शव
रविवार सुबह गांव के लोग खेत की ओर निकले तो गन्नू तिवारी के सरसों के खेत में बच्ची का लहूलुहान शव देखा गया। मौके पर काफी खून बिखरा था। शरीर पर कपड़े नहीं थे। सूचना मिलते ही परिवार के लोग भी पहुंच गए। पूरे गांव में कोहराम मच गया। बच्ची के सीने के दोनों ओर जख्म थे। आशंका है कि उसके दोनों फेफड़े निकाल लिए गए हैं। पैरों में महिलाओं, बेटियों द्वारा लगाया जाने वाला रंग लगा हुआ है। शव के पास नमकीन के खाली पैकेट पड़े हुए हैं। इससे तांत्रिकों की करतूत की आशंका जताई जा रही है।
ग्रामीणों ने नहीं उठने दिया शव
बच्ची की हत्या की खबर पर सैकड़ों लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। छुट्टी का दिन होने के नाते बाहर से भी लोग अपने गांव आए हुए हैं। करीब डेढ़ हजार लोगों की भीड़ जमा है। गांव के लोगों का कहना है कि जब तक बड़े अधिकारी मौके पर नहीं आते तब तक शव नहीं उठने दिया जाएगा।
डॉग स्क्वायड ने जांच की
सूचना मिलने पर सुबह ही घाटमपुर कोतवाली पुलिस पहुंच गई। मौके की स्थिति को देखते हुए फोरेंसिक और डॉग स्क्वायड को सूचना दी। सुबह करीब 9.30 बजे एसएफएल टीम और डॉग स्वक्वायड के लोग पहुंचे। खोजी कुत्ता कोई संकेत नहीं दे सका। डॉग स्क्वायड यूनिट के प्रभारी का कहना है कि उनके पहुंचने से पहले सैकड़ो लोग घटना स्थल से गुजर चुके थे। इस नाते खोजी कुत्ते को मौके पर कोई स्मेल (गंध) नहीं मिली।
कुछ ही दूरी पर है प्राचीन मंदिर
भदरस गांव के बाहर ही भद्र काली का प्राचीन मंदिर भी है। हालांकि बच्ची का शव गांव के बाहर मिला है। मंदिर में पूजा जैसी कोई स्थिति नहीं देखी गई है। मंदिर घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर दूर है।