कोरोना संकट के बीच दिवाली पर खुदरा कारोबारियों ने रिकॉर्ड 72 हजार करोड़ रुपये की बिक्री की। व्यापारियों के शीर्ष संगठन कैट ने रविवार को यह जानकारी दी। कैट के अनुसार, इस दिवाली चीनी सामानों के बहिष्कार से चीन को 40 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। वहीं, लोकल फॉर वोकल से स्वेदेसी सामानों की बिक्री बढ़ी है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत इस दिवाली पर वोकल फॉर लोकल (घरेलू सामानों की खरीदारी) पर जोर दिया था। इस अभियान से जुड़ते हुए कैट ने भी देशभर के कारोबारियों से चीनी सामान नहीं बेचने का अनुरोध किया था। इसका असर इस बार देखने को मिला है। कैट की ओर जारी किए गए आंकड़े 20 शहरों के हैं। कैट ने कहा कि दिवाली के त्योहारी सीजन के दौरान वाणिज्यिक बाजारों में हुई मजबूत बिक्री भविष्य में व्यापार की अच्छी संभावनाओं से व्यापारियों के चेहरे पर कुछ मुस्कान वापस ला सकती है।
दिवाली पर जिन सामानों की सबसे अधिक मांग रही हैं उनमें एफएमसीजी सामान, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं, खिलौने, बिजली के उपकरण और सामान, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, रसोई के सामान, उपहार की वस्तुएं, मिष्ठान्न वस्तुएं, मिठाई, घर की सजावट, बर्तन, सोना और आभूषण, जूते, घडिय़ां, फर्नीचर आदि शामिल हैं। कपड़े, फैशन अपेरल्स, होम डेकोरेशन के सामान की भी खरीददारी हुई है।