जदयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले चार दशक से राज्य की राजनीति की धुरी बने हुए हैं। बिहार की राजनीति में दमखम रखने वाले नीतीश की राष्ट्रीय राजनीति में भी अहम भूमिका रही है। बतौर मुख्यमंत्री सुशासन और न्याय के साथ विकास के संकल्प पर चलकर उन्होंने साबित किया कि बिहार भी तरक्की कर सकता है। उन्होंने बिहार में विकास को पहली बार राजनीति का एजेंडा बनाया। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ही वह राजनीति में अपनी पैठ बना चुके थे। संसदीय राजनीति की शुरुआत उन्होंने लालू प्रसाद के साथ रहकर शुरू की। मगर वर्ष 2009 के चुनाव में वह भाजपा के साथ हो गए। इस बार फिर भाजपा का साथ उनको मिला है।
बीच में 2014 में उनकी अपनी पार्टी जदयू अकेले चुनाव लड़ी। तब मात्र दो सीटों पर उनके उम्मीदवार जीत सके थे। इसके पहले विधानसभा का चुनाव वह दो बार भाजपा के साथ रहकर जीते और राज्य में सरकार बनाई। तीसरी बार उन्होंने विधानसभा चुनाव में लालू प्रसाद की पार्टी का साथ ले लिया, लेकिन लगभग डेढ़ साल के बाद ही उनका मोह भंग हो गया। फिर से भाजपा के साथ मिलकर राज्य में सरकार बना ली। इस बार वह लोकसभा चुनाव भी भाजपा के साथ ही लड़ रहे हैं।
नीतीश कुमार का व्यक्तिगत परिचय
जन्म तिथि : एक मार्च 1951
जन्म स्थल : बख्तियारपुर, पटना
पैतृक गांव : कल्याणबिगहा, नालंदा
शिक्षा : एनआईटी पटना से इंजीनिर्यंरग
पिता : स्व कविराज रामलखर्न ंसह
माता: स्व परमेश्वरी देवी
पत्नी : मंजू कुमारी सिन्हा। 22 फरवरी 1973 को विवाह हुआ
पत्नी का निधन : 2007 में
पुत्र : निशांत, इंजीनियर
साफ छवि बड़ी ताकत
- ईमानदार छवि व दृढ़निश्चयी
- संसदीय जीवन का लंबा अनुभव
- विकास की दूरगामी सोच
- गठबंधन में बेहतर समन्वय
- 1974 में जेपी आंदोलन से सियासी सफर की शुरुआत
- जेपी, लोहिया, कर्पूरी ठाकुर से राजनीति का ककहरा सीखा
कमजोरी
- छवि को लेकर अधिक सचेत
- नफा-नुकसान की परवाह नहीं
- गिने- चुने लोगों के साथ रहना
केंद्र सरकार में मंत्री
अप्रैल से नवंबर 1990 : केंद्रीय कृषि व सहकारिता राज्य मंत्री
19 मार्च 1998- 5 अगस्त 1999 तक: केंद्रीय रेल मंत्री,
13 अक्टूबर 1999 से 22 नवंबर 1999 तक : भू-तल परिवहन मंत्री
27 मई 2000 से 20 मार्च 2001 तक: कृषि मंत्री
22 जुलाई 2001 से 21 मई 2004 तक: रेल मंत्री।
मुख्यमंत्री बने
03 से 10 मार्च 2000 पहली बार सात दिनों के लिए
24 नवंबर 2005 से 24 नवंबर 2010 तक
26 नवंबर 2010 से 17 मई 2014
22 फरवरी 2015 से अब तक
विधायक बने
1985 में पहली बार बिहार विधानसभा के लिए निर्वाचित।
सांसद चुने गए
9वीं लोकसभा के लिए 1989 में पहली बार चुने गए। इसके बाद 1991, 1996, 1998, 1999 व 2004 में भी लोकसभा के लिए चुने गए।