अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थन में आयोजित ‘मिलियन मैगा मार्च’ के दौरान वॉशिंगटन डीसी में शनिवार को हिंसा भड़क उठी। यहां ट्रंप विरोधियों और ट्रम्प समर्थकों के बीच टकराव हुआ। ट्रम्प को समर्थन देने और राष्ट्रपति चुनावों के परिणामों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए शनिवार को हजारों लोग अमेरिकी राजधानी में आए थे। फॉक्स न्यूज ने बताया कि एंटीफा और ब्लैक लाइव्स मैटर (बीएलएम) समूहों ने रूढ़िवादी समूह प्राउड बॉयज़ के साथ काउंटर-क्लैश किया था।
बता दें कि हार के बावजूद ट्रंप हार स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। अब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर जनवरी में नए प्रशासन के कार्यकाल सम्भालने पर सत्ता का सहज हस्तांतरण सुनिश्चित करने के लिए देश के निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन की टीम के साथ सहयोग करने का दबाव बढ़ रहा है। जनरल सर्विसेज एडमिनिस्ट्रेटन (जीएसए) पर बाइडेन को निर्वाचित राष्ट्रपति के रूप से औपचारिक रूप से मान्यता देने की जिम्मेदारी है। इसके बाद सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया आरंभ होगी। एजेंसी की प्रशासक एमिली मर्फी ने अभी तक यह प्रक्रिया आरंभ नहीं की है और न ही यह बताया है कि वह कब ऐसा करेंगी। एमिली की नियुक्ति ट्रंप ने की थी।
बीते सोमवार को ट्रम्प कहा कि मुख्यधारा मीडिया उनके चुनावों में गलत थी और उन्हें चुनावी हस्तक्षेप के लिए बुलाया जाना चाहिए। ट्वीट्स की एक सीरीज में, ट्रम्प ने कहा कि फॉक्स न्यूज, क्विनिपियाक पोल, एबीसी / वाशिंगटन पोस्ट, एनबीसी / वॉल स्ट्रीट जर्नल के पोल्स इतने गलत थे कि इससे वास्तव में चुनाव पर प्रभाव पड़ा। ट्रंप ने कहा “वे अपने पोल्स में दबाव बनाने की कोशिश कर रहे थे उन्हें चुनाव हस्तक्षेप के लिए तलब किया जाना चाहिए।”