दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर दिल्ली सरकार ने कोरोना जांच की संख्या तेजी से बढ़ा दी है। इसके साथ ही दिल्ली सरकार ने कोरोना जांच करने वाली लैब पर भी सख्ती दिखाई है। सरकार की ओर से बीते दिनों जारी आदेश में कहा गया है कि कोरोना की जांच रिपोर्ट संबंधित व्यक्ति को 24 घंटे के भीतर उसके मोबाइल पर और 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट की कॉपी मिलनी चाहिए। ऐसा नहीं होने पर जांच करने वाली लैब के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सरकार की ओर से जारी आदेश में जांच करने वाली सभी लैब को रिपोर्ट में होने वाली देर के लिए नसीहत दी गई है। साथ ही जांच लैब को फॉल्स नेगेटवि रिपोर्ट को लेकर भी सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
84 घंटों तक नहीं मिली रिपोर्ट
सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि स्वास्थ्य विभाग को कई ऐसी शिकायतें मिली हैं जिनमें जांच कराने वाले व्यक्ति को 84 घंटे यानि लगभग 4 दिन तक जांच रिपोर्ट नहीं मिली है। ऐसे मामलों को बेहद गंभीर मानते हुए सरकार ने कहा है कि जांच करते वक्त संबंधित व्यक्ति का फोन नंबर लिया जाता है ऐसे में जांच की एक कॉपी व्यक्ति के फोन पर 24 घंटे में दी जानी चाहिए, ताकि वह खुद और अपने परिवार के लोगों को कोरोन संक्रमण से बचा सके।
लाइसेंस सस्पेंड हो सकता है
तय समय पर रिपोर्ट जारी नहीं करने की सूरत में संबंधित जांच लैब के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सरकार की ओर से की जा सकती है। इसमें शुरुआत चरण में 3 दिन के लिए लैब को सस्पेंड किए जाने से लेकर 6 महीने तक लाइसेंस सस्पेंड करने की कार्रवाई की जा सकती है।
30 फीसदी नेगेटिव आने वाली रिपोर्ट गलत हो सकती है
एम्स के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर नवल विक्रम के मुताबिक आरटीपीसीआर जांच संक्रमण पता करने की सबसे बेहतर जांच है लेकिन इसमें भी गलत नतीजे आ सकते हैं। इसे फाल्स निगेटिव रिपोर्ट कहते हैं। उन्होंने कहा कि नेगेटिव रिपोर्ट वाले 30 फीसदी तक मामले ऐसे हो सकते हैं जिन्हें कोरोना संक्रमण हो लेकिन फिर भी उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है। उन्होंने बताया कि चीन में इस पर हुई एक स्टडी में बताया गया था कि इस तरह की गलत निगेटिव टेस्ट का 30 % से ज्यादा है। यानी दूसरी जगहों पर भी इस तरह के कई और केस भी हो सकते हैं।
लक्षण हैं और रिपोर्ट नेगेटिव आयी तब भी सावधानी बरतें
संक्रमक रोग विशेषज्ञ और एम्स के पूर्व डॉक्टर जतिन आहूजा के मुताबिक लगातार आरटीपीसीआर टेस्ट निगेटिव होने के बाद भी अगर आप में कोरोना वायरस के संक्रमितों जैसे लक्षण हैं तोआप सावधान हो जाएं और खुद को अलग-थलग कर अपनी आदतों में लगातार हाथ धोना, चेहरे को हाथ न लगाना और व्यक्तिगत संपर्क से दूर रखने की कोशिश करें।