चुनाव में हार से व्याकुल राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस के खिलाफ छिड़ी जंग से खुद को ऐसे समय अलग कर लिया है जब पूरे अमेरिका में यह महामारी बहुत ही तेजी से पैर फैला रही है।
ट्रंप इस बात से नाखुश हैं कि कोविड-19 के टीके के विकास में प्रगति की घोषणा चुनाव वाले दिन के बाद की गई। राष्ट्रपति के सहयोगियों का कहना है कि ट्रंप बढ़ते संकट में बहुत ही कम दिलचस्पी ले रहे हैं वह भी तब जबकि नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और देश के कई हिस्सों में अस्पतालों में गहन चिकत्सा इकाईयां क्षमता के मुताबिक लगभग भर चुकी हैं।
लोक स्वास्थ्य विशेषज्ञों को इस बात की चिंता है कि महामारी को लेकर कोई प्रभावी कदम नहीं उठाने और राष्ट्रपति कार्यकाल के अंतिम दो महीनों में जो बाइडेन के दल के साथ समन्वय बैठाने के प्रति उनकी अरुचि से वायरस संबंधी हालात और बदतर ही होंगे और इससे अगले वर्ष टीके के वितरण की राष्ट्र की क्षमता भी प्रभावित होगी।
व्हाइट हाउस की कोरोना वायरस कार्यबल की चुनाव के बाद पहली बैठक सोमवार को हुई। इसमें अधिकारियों ने संक्रमण के बढ़ते मामलों, फाइजर कंपनी द्वारा विकसित किए जा रहे टीके के बारे में बात की। इस बैठक में ट्रंप ने हिस्सा नहीं लिया। पिछले एक हफ्ते से भी अधिक समय से अमेरिका में संक्रमण के प्रतिदिन 1,00,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं।