वायु प्रदूषण के कारण आसमान में छाई घनी धुंध के चलते दिल्ली-एनसीआर के शहरों में हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है, वहीं अधिकतर जगहों पर विजिबिलिटी काफी कम हो गई है।
जानकारी के अनुसार, प्रदूषण और धुंध के कारण ‘जहरीली’ हुई हवा ने दिल्ली-एनसीआर में रहने वालों को बेहाल कर दिया है। इस हवा में सांस लेना भी अब लोगों के लिए भारी परेशानी का कारण बनता जा रहा है।
दिल्ली और आसपास के इलाकों में मंगलवार को छाई घनी धुंध के के कारण के कुछ हिस्सों में विजिबिलिटी में काफी कमी देखने को मिली। साथ ही वायुमंडल में प्रदूषकों के बढ़ने के कारण बुजुर्गों और अस्थमा के मरीजों को अधिक दिक्कतें हो रही हैं।
दमघोंटू धुंध और प्रदूषण के कारण मॉर्निंग वॉक पर जाने वालों को भी भारी आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, मंगलवार सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) आईटीओ में 469, नरेला में 489, हरियाणा के गुरुग्राम सेक्टर 51 में 497 और उत्तर प्रदेश के नोएडा सेक्टर 62 में 480 सभी जगह ‘गंभीर श्रेणी’ में दर्ज की गई।
उल्लेखनीय है कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, वायु गुवत्ता की गंभीर श्रेणी लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है और मौजूदा बीमारियों से गंभीर रूप से प्रभावित होती है।