एनकाउंटर से पहले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को उज्जैन में पकड़ने के मामले में पांच लाख के इनाम के लिए वहां की पुलिस रिपोर्ट लगभग तैयार हो चुकी है। इनाम पाने वालों में पुलिस महाकाल मंदिर के तीन गार्ड और एक फूल कारोबारी को शामिल कर सकती है। उन्हें लेकर पूछताछ भी की है। हालांकि इस मामले में मुख्य भूमिका निभाने वाले को पुलिस ने संदिग्ध समझकर किनारे कर दिया है।
विकास महाकाल मंदिर परिसर से पकड़ा गया था। उसके ऊपर पांच लाख का इनाम था। शासन ने तय किया कि इनाम उज्जैन पुलिस को दिया जाएगा। जिसके लिए एक प्रस्ताव बनाकर भेजा गया। वहां पर इस प्रस्ताव के एवज में अधिकारियों ने समिति का गठन किया। जिसे यह आकलन करना था कि किस-किस को इनाम लेने वालों में शामिल किया जाए। डीआईजी उज्जैन मनीष कपूरिया के मुताबिक समिति की रिपोर्ट लगभग तैयार है। अंतिम चरण में वेरीफिकेशन चल रहा है कि जो रिपोर्ट बनी है वह सही है या उसमें कुछ और तथ्य जोड़े या घटाए जाने हैं। उन्होंने बताया कि इसमें महाकाल प्रशासन से भी कुछ लोगों को शामिल किया गया है।
वहीं, विकास को पकड़ाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले गोपाल कुशवाहा को पुलिस ने संदिग्ध बनाते हुए इनाम पाने वालों की सूची में शामिल नहीं किया है। गोपाल से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि इनाम की लालसा नहीं, बस नौकरी बची रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब उन्हें नोटिस दिया गया था तो कष्ट हुआ था और अब वह इस सिलसिले में किसी से बात नहीं करना चाहते।