बिहार विधानसभा के तीसरे चरण के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन एक बार फिर बिहार की सियासत गरमा गई जब पूर्णिया के धमदाहा में गुरुवार को चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने ये ऐलान किया कि यह चुनाव उनका आखिरी चुनाव है। इसके बाद बिहार की सियासत में उबाल आ गया। उनके धूर विरोधी और लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने एक बार फिरउनपर निशाना साधा। चिराग ने नीतीश के बयान के कुछ ही देर बार ट्वीट करते कहा कि अपना अधिकार उनको ना दें जो कल आपका आशीर्वाद फिर मांगने नहीं आएंगे।
लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने लिखा कि- साहब ने कहा है की यह उनका आख़िरी चुनाव है। इस बार पिछले 5 साल का हिसाब दिया नहीं और अभी से बता दिया की अगली बार हिसाब देने आएंगे नहीं। अपना अधिकार उनको ना दें जो कल आपका आशीर्वाद फिर मांगने नहीं आएंगे। अगले चुनाव में ना साहब रहेंगे ना जेडीयू। फिर हिसाब किससे लेंगे हम लोग ?
इससे पहले चिराग पासवान ने एक बार फिर दावा किया कि चुनाव बाद बिहार में भाजपा (BJP) की अगुवाई में भाजपा-लोजपा की सरकार बनेगी। सीएम नीतीश कुमार पर लगातार हमलावर चिराग ने कहा कि जिस प्रधानमंत्री जी को वे कोसते नहीं थक रहे थे आज उनके साथ मंच पर नतमस्तक होते नहीं थक रहे हैं। ये कुर्सी के प्रति उनका प्रेम और लालच दिखाता है। चिराग यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि 10 तारीख के बाद वेे तेजस्वी के सामने नतमस्तक होते दिखेंगे।
आपको बता दें कि धमदाहा में एनडीए के समर्थन में चुनाव प्रचार करने गए नीतीश ने कहा कि- ‘जान लीजिए, आज चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। परसों मतदान होगा। ये मेरा अंतिम चुनाव है। और अंत भला तो सब भला
बिहार में औद्योगिक नीति लागू की जाएगी
इससे पहले सीएम नीतीश ने कटिहार में अपने चुनाव प्रचार के दौरान कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के होने वाले चुनाव प्रचार के आखिरी दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अगर इस बार एनडीए की सरकार बनेगी तो बिहार में अगले पांच साल में औद्योगिक नीति लागू की जाएगी। जिसकी पूरी तैयारी की जा चुकी है। बिहार में औद्योगिक नीति लागू होने के बाद बिहार से पलायन समाप्त हो जाएगा। नीतीश कटिहार के हफलागंज माध्यमिक उच्च विद्यालय मैदान में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में एक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बिहार लगातार विकास के पथ पर चल रहा है। विपक्ष पर हमलावर होते हुए उन्होंने कहा कि वे सिर्फ अपने परिवार की बात करते हैं और एनडीए बिहार के करोड़ो परिवार की बात करता है। अब बिहार के लोगों को चुनना है कि उन्हें कौन सरकार चाहिये।