बिहार में दूसरे चरण का चुनाव युवा नेताओं की किस्मत लिखेगा। इस चरण में सबसे अधिक युवा उम्मीदवार मैदान में हैं। केवल एनडीए और महागठबंधन की ही बात करें तो 50 वर्ष से नीचे के उम्मीदवारों की संख्या 90 है। इसमें 40 वर्ष या उससे कम उम्र के 49 उम्मीदवार मैदान में हैं। इसके अलावा दूसरे राजनीतिक दल और निर्दलीय उम्मीदवारों में भी युवाओं की संख्या काफी है।
विधानसभा के दूसरे चरण में 16 जिलों के 94 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान मंगलवार को होना है। इन सीटों के लिए राजनीतिक दलों ने जिसको भी उम्मीदवार बनाया है उनमें अधिसंख्य की उम्र 50 से कम की है। इसी के साथ मैदान में उतरे उम्मीदवारों में 40 वर्ष से कम उम्र वालों की संख्या भी कम नहीं है।
दूसरे चरण के चुनाव में महागठबंधन ने सबसे अधिक युवा उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। राजद 56 सीटों पर चुनाव मैदान में है, इनमें इसकी 33 सीटें सीटिंग है। खास बात है कि इन सीटिंग सीटों पर भी उसके ऐसे उम्मीदवार हैं जिनकी उम्र 50 वर्ष से कम है। ऐसे उम्मीदवारों की कुल संख्या 42 है। लेकिन 40 वर्ष तक के 26 उम्मीदवारों को राजद ने इस चरण में टिकट दिया है। पार्टी के सबसे कम उम्र के उम्मीदवारों में चेतन आनंद और इजराइल मंसूरी हैं।
उधर, कांग्रेस के खाते में इस चरण की 24 सीटें गई हैं। इसमें सात उसकी सीटिंग सीटें है। सीटिंग सीटों पर तो युवा उम्मीदवार नहीं हैं, लेकिन नौ उम्मीदवारों की उम्र 40 वर्ष से कम है। इसी चरण में युवा कांग्रेस के गुंजन पटेल भी मैदान में हैं जिनकी उम्र 35 वर्ष के आसपास है। महिला कांग्रेस की अमिता भूषण भी दोबारा मैदान में हैं। उनकी भी उम्र 40 वर्ष के आसपास ही है।
भाजपा इस चरण में 46 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इन सीटों पर पार्टी ने 50 साल से कम उम्र के 24 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। लेकिन 40 साल से कम के उम्मीदवार भी लगभग आधा दर्जन हैं। इस पार्टी में कम उम्र के प्रमुख चेहरों में रोहित पांडे, निखिल आनंद और कुंदन सिंह की उम्र 40 वर्ष से आसपास है।
दूसरे चरण में जदयू 43 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इस चरण में पार्टी ने जितने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं उनमें 15 की उम्र 50 वर्ष या उससे कम है। लेकिन 40 वर्ष से कम उम्र के उम्मीदवारों की संख्या भी आठ है। इस पार्टी से कम उम्र के प्रमुख उम्मीदवारों में कौशल किशोर और डॉ. संजीव का नाम शामिल है।