अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव के दिन सड़कों पर हिंसा बढ़ने की आशंका के मद्देनजर वॉइट हाउस और बड़े वाणिज्यिक स्थलों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अहम सरकारी प्रतिष्ठानों में उच्च सतर्कता बरती जा रही है। ‘सीक्रेट सर्विस’ ने वॉइट हाउस की किलेबंदी कर दी है। मंगलवार को मतदान से पहले वॉइट हाउस परिसर के चारों ओर बड़ी अस्थाई दीवारें खड़ी की गई हैं।
चुनाव की पूर्व संध्या पर ठेकेदारों को उत्तर में न्यूयॉर्क और बोस्टन से लेकर दक्षिण में ह्यूस्टन और पूर्व में वॉशिंगटन डीसी और शिकागो से लेकर पश्चिम में सान फ्रांसिस्को तक इमारतों की खिड़कियों पर लकड़ी के कवर लगाते देखा जा रहा है। अमेरिका में 2020 आम चुनाव को हालिया अमेरिकी इतिहास में सबसे विभाजनकारी चुनाव बताया जा रहा है।
‘ब्लैक लाइव्ज’ मैटर विरोध प्रदर्शन में शामिल समूहों समेत रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी बाइडेन के समर्थकों ने मंगलवार रात को वॉशिंगटन डीसी में एकत्र होने की घोषणा की है। अश्वेत अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद इस साल की शुरुआत में नस्ली भेदभाव के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शनों में वॉशिंगटन डीसी में कई दुकानें और कारोबार क्षतिग्रस्त कर दिए गए थे। इसीके मद्देनजर चुनाव से पहले वॉशिंगटन डीसी में सुरक्षा कड़ी की गई है।
‘द वॉशिंगटन पोस्ट ने कहा, ”चुनाव के बाद हिंसा के डर से खुदरा कारोबारियों ने खिड़कियों पर लकड़ी के कवर लगा दिए हैं और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के प्रबंध किए हैं।” कैलिफोर्निया के बेवेर्ली हिल्स के पुलिस प्रमुख ने चुनाव के मद्देनजर हिंसा की चेतावनी दी है। उन्होंने ‘सीबीएस न्यूज को सोमवार को बताया कि अधिकारी बिना कोई छुट्टी लिए दिन के 12 घंटे काम कर रहे हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार शाम ट्वीट किया था कि पेंसिल्वेनिया में मतगणना को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला हिंसा भड़का देगा। सुप्रीम कोर्ट में पेंसिल्वेनिया में चुनाव के तीन दिन बाद तक मत पत्रों की अनुमति दे दी है।