बिहार विधानसभा चुनाव 20200 लेकर दूसरे चरण का चुनाव कल यानी 3 को है, वहीं तीसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार ने भी जोर पकड़ लिया है। इसके साथ ही प्रत्याशियों पर निजी हमले भी शुरू हो गए हैं। इस निजी हमले में सभी बड़े दल के नेता भी शामिल हैं। इसी बीच अब एनडीए के सहयोगी हम ने रामविलास पासवान के निधन पर सवालिया निशान लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हम ने इस पत्र में केंद्रीय मंत्री और लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान की मौत की न्यायिक जांच की मांग की है। हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान ने ये पत्र लिखकर कई सवाल उठाते हुए चिराग पासवान को घेरने की कोशिश की है।
इस चिट्ठी में लिखा है कि देश के बड़े नेता और आपके मंत्रिमंडल के सदस्य रहे रामविलास पासवान जी कुछ दिन पूर्व हमलोगों। को छोड़कर स्वर्ग सिधार गये, उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है। आज भी हम जैसे उनके प्रशंसक उन्हें याद कर दुखी हो जाते हैं। परंतु पूरे देश के दुख से अलग लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान उनके अंतिम संस्कार के दूसरे दिन ही एक शूटिंग के दौरान न केवल हंसते मुस्कराते दिखाई दिये, बल्कि कट-टू-कट शूटिंग की भी बात करते रहे। इससे स्व राम विलास पासवान जी के प्रशंसकों एवं परिजनों के बीच कई तरह के सवाल उठने लगे हैं।
चिट्ठी में लिखा है कि महोदय राम विलास पासवान के निधन से जुड़े कई ऐसे सवाल हैं जो अपने आप में चिराग पासवान को कटघड़े में खड़े करता है। किसी केंद्रीय मंत्री के अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान आखिर किसके कहने पर अस्पताल प्रशासन ने स्व रामविालास पासवान जी का मेडिकल बुलेटिन जारी नहीं किया?
आखिर किनके कहने पर अस्पताल प्रशासन ने इलाजरत राम विलास पासवान से अस्पताल में सिर्फ तीन लोगों को मिलने की इजाजत दी?
इसके अलावे भी ऐसे कई सवाल है जिनका जवाब स्व राम विलास पासवान जी के परिजनों के साथ-साथ उनके प्रशंसक जानना चाहते हैं जिसकी जांच आवश्यक है।
पत्र के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी से स्व राम विलास पासवान के निधन की न्यायिक जांच कराने के आदेश देने का आग्रह किया गया है।