एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि घरों के भीतर नोवेल कोरोना वायरस का प्रसार तेजी से होता है। घर के एक सदस्य को संक्रमण होने के बाद अन्य सदस्यों के जल्द संक्रमित होने का खतरा अधिक है।
इस अध्ययन के निष्कर्ष मॉर्बिडिटी एंड मॉर्टेलिटी वीकली रिपोर्ट नामक पत्रिका में प्रकाशित किए गए हैं। अध्ययन के दौरान अनुसंधानकर्ताओं ने अमेरिका में 101 घरों का आकलन किया। उन्होंने बताया कि घर के भीतर संक्रमण के प्रसार में तेजी देखी गई। कोरोना संक्रमित व्यक्ति के साथ घरों में रह रहे करीब 51 फीसदी लोग कोरोना से संक्रमित हुए।
बच्चों से भी हो सकता है प्रसार
अमेरिका के वैंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर में हेल्थ पॉलिसी के एसोसिएट प्रोफेसर और अध्ययन के सह-लेखक कार्लोस जी ग्रिजेलवा ने कहा कि हमने देखा कि घर के पहले सदस्य के बीमार होने के बाद अन्य सदस्यों में संक्रमण तेजी के साथ फैला, चाहे पहला बीमार घर का सदस्य बच्चा हो या फिर वयस्क। अध्ययन के मुताबिक घर के भीतर कोरोना का प्रसार बच्चों और वयस्कों दोनों से फैल सकता है।
पांच दिनों में घर के दूसरे सदस्य को संक्रमण
अध्ययन में शामिल परिवारों की निगरानी के दौरान पाया गया कि घर के दूसरे सदस्य को संक्रमण होन के मामलों में 75 फीसदी में संक्रमण पांच दिनों के भीतर फैला। ग्रिजेलवा ने कहा कि घर के एक सदस्य के संक्रमित होने के बाद दूसरे में यह संक्रमण सिर्फ पांच दिन के भीतर ही पाया गया। जबकि कुछ समय बाद घर के अन्य सदस्यों ने लक्षण महसूस किए।
संक्रमित के त्वरित अलगाव से प्रसार में कमी
अध्ययन में बताया गया कि कोरोना संक्रमित व्यक्तियों का त्वरित अलगाव घरेलू संचरण को कम कर सकता है। उन्होंने कहा कि संक्रमित व्यक्ति को घर में अलग कमरे में रहना चाहिए और अलग शौचालय का प्रयोग करने के साथ ही अन्य दिशा-निर्देशों का भी पालन करना चाहिए।