बांग्लादेश में कथित रूप से इस्लाम की निंदा संबंधी फेसबुक पोस्ट की अफवाह के चलते कोमिला जिले में कुछ कट्टरपंथियों ने कई हिंदू परिवारों के घरों में तोड़फोड़ की और उनमें आग लगा दी। मीडिया ने सोमवार को यह खबर दी। बीडीन्यूज 24 डॉट कॉम ने खबर दी कि रविवार को इन घरों में तोड़फोड़ की गयी और उनमें आग लगा दी गई।
इस घटना से पहले फ्रांस में रहने वाले एक बांग्लादेशी व्यक्ति ने अमानवीय विचाराधारा के खिलाफ कदम उठाने के लिए फ्रांसीसी राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों की कथित रूप से प्रशंसा की थी। मैक्रों ने पैगंबर मोहम्मद के कार्टून को दिखाने पर पेरिस में एक शिक्षक का सिर कलम कर दिए जाने पर कड़े कदम उठाए हैं।
खबर के अनुसार, पूर्बो धौर के बाल विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने पोस्ट पर टिप्पणी में मैक्रों की कार्रवाई का स्वागत किया था। फेसबुक पोस्ट के बारे में अफवाह फैलने पर शनिवार को इलाके में तनाव छा गया। इस खबर में बांगरा बाजार थाने के प्रभारी अधिकारी कमरुजम्मां के हवाले से बताया गया है कि पुलिस ने धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। उनमें बाल विद्यालय का प्रधानाध्यापक और समीप के अंडकोट गांव का एक बाशिंदा शामिल हैं।
जिले के उपायुक्त मोहम्मद अदुल फजल मीर ने इलाके का दौरा करने के बाद बीडीन्यूज 24 डॉट कॉम से कहा, अब स्थिति नियंत्रण में है। उपायुक्त ने बताया कि स्थानीय लोगों ने गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्तियों समेत कई अन्य लोगों के घरों पर हमला किया। जब उनसे पूछा गया कि प्रशासन ने हमलावरों के खिलाफ क्या कदम उठाए हैं तो उन्होंने कहा कि प्रशासन ने कार्रवाई की है।
कमरुजम्मां ने बताया कि हमले को लेकर मामला दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने बताया कि हमलावरों की पहचान के लिए पुलिस वीडियो देखेगी। पैगंबर मोहम्मद के काटूर्नों को लेकर फ्रांस के खिलाफ कई मुस्लिम बहुल देशों में पिछले कुछ समय से प्रदर्शन किया जा रहा है।