नोएडा पुलिस 26 वर्षीय उस युवक की मौत के मामले की जांच अब हत्या के मामले के तौर पर कर रही है, जब यह बात सामने आई कि उसकी मौत गोली लगने से हुई थी, सड़क दुर्घटना में नहीं।
नोएडा के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त रणविजय सिंह ने गुरुवार को कहा कि निठारी निवासी कमल शर्मा की मौत गोली लगने से हुई जो उनके दिल के पास फंसी हुई थी और इसका पता गुरुवार सुबह पोस्टमॉर्टम के दौरान चला। इससे पहले बुधवार रात पुलिस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया था कि कमल शर्मा की मौत एक अज्ञात वाहन की चपेट में आने से हुई है। बयान में कहा गया था कि शर्मा जब शाम करीब 7.30 बजे इस्कॉन मंदिर के पास एलिवेटेड रोड से उतर रहे थे तब किसी अज्ञात वाहन ने उनकी मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी थी। पुलिस ने कहा था, ”बाद में रात में उन्हें कुछ स्थानीय लोगों द्वारा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
अतिरिक्त डीसीपी ने कहा कि हालांकि पोस्टमॉर्टम के दौरान, जो गुरुवार सुबह लगभग चार बजे पूरा हुआ, यह बात सामने आई कि कमल शर्मा की मौत गोली लगने से हुई थी।
अधिकारी ने कहा कि शव के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर हम अब इस घटना की हत्या के एक मामले के रूप में जांच कर रहे हैं। हमने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। उन्होंने कहा कि पुलिस घटना के संभावित कारणों के रूप में व्यक्तिगत विवाद और संबंध कोणों से जांच कर रही है।
इस बीच, शर्मा के परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों ने गुरुवार को उनका शव नोएडा में उनके घर के पास सड़क पर रखकर उनके लिए न्याय की मांग की। परिवार ने दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी, राज्य सरकार से वित्तीय सहायता के साथ-साथ शोक संतप्त परिवार के एक सदस्य के लिए नौकरी की मांग की। परिवार के सदस्यों ने कहा कि कमल अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे।
गौतमबुद्ध नगर से लोकसभा सांसद महेश शर्मा भी प्रदर्शनकारियों से मिलने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे और संबंधित अधिकारियों के साथ उनका मामला उठाने का आश्वासन दिया।