दूसरे चरण के चुनाव में कांग्रेस को अपनी जीती हुई सीटों को बचाना बड़ी चुनौती होगी। पिछले चुनाव में जीती कांग्रेस की दूसरे चरण की तीन सीटें वाम दलों को चली गई हैं। जो सीटें उसके पास है उन पर टक्कर भाजपा उम्मीदवारों से है। जो तीन सीटें वाम दलों के खाते में हैं उनमें भी मांझी और भोरे पर जदयू तो बछवारा पर भाजपा के टक्कर है। साथ ही पार्टी के चार दिग्गजों की प्रतिष्ठा भी इस चरण में दांव पर है।
दूसरे चरण में जिन 94 सीटों पर चुनाव होना है उनमें कांग्रेस के खाते में 24 सीटें गई हैं। इनमें पिछले चुनाव में इसकी जीती हुई सीटों की संख्या सात है। खास बात यह है कि इस चरण की जो सीटें कांग्रेस को मिली हैं उनमें मात्र आठ पर ही गत चुनाव में वह लड़ी थी। शेष सीटें पार्टी के लिए नई हैं। इन सीटों पर भी जीत दर्त करना चुनौती है। रोसड़ा से चुनाव जीते पार्टी के बड़े नेता डॉ. अशोक कुमार इस बार कुशेश्वर स्थान से किस्मत आजमा रहे हैं। मांझी से चुनाव जीते पूर्व मंत्री विजय शंकर दुबे को पार्टी ने महाराजगंज से उतारा है। महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बेगूसराय से चुनाव मैदान में हैं। पार्टी के बड़े नेताओं में शुमार कृपानाथ पाठक को भी इसी चरण में अपनी किस्मत आजमानी है। वह फूलपरास से उम्मीदवार हैं।
कांग्रेस के खाते में गईं दूसरे चरण की सीटें
नौतन, चनपटिया, बेतिया, र्गोंवदगंज, फुलपरास, कुशेश्वरस्थान, पारू, गोपालगंज, कुचायकोट, महाराजगंज, लालगंज, वैशाली, राजापाकड़, रोसड़ा, बेगूसराय, खगड़िया, बेलदौर, भागलपुर, राजगीर, नालंदा, हरनौत, बांकीपुर , पटना साहिब, बेनीपुर।