बिहार में पहले चरण की वोटिंग के एक दिप पहले नेताओं ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्योप का हमला तेज कर दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिना किसी का नाम लिए कहा 8-8, 9-9 बच्चे पैदा करने वाले बिहार का विकास करने चले हैं। बेटे की चाह में कई बेटियां हो गईं। मतलब बेटियों पर भरोसा नहीं है। ऐसे लोग क्या बिहार का भला करेंगे। राजनीतिक विशेषज्ञ इसे लालू यादव पर तंज मानते हैं।
मंगलवार सुबह तेजस्वी ने इस बयान पर ट्वीट कर जवाब दिया। तेजस्वी ने लिखा आदरणीय नीतीश जी मेरे बारे में कुछ भी अपशब्द कहे वो मेरे लिए आशीर्वचन है। नीतीश जी शारीरिक-मानसिक रूप से थक चुके है इसलिए वो जो मन करे, कुछ भी बोले। मैं उनकी हर बात को आशीर्वाद के रूप में ले रहा हूँ। इस बार बिहार ने ठान लिया है कि रोटी-रोजगार और विकास के मुद्दों पर ही चुनाव होगा।
तेजस्वी के बाबू साहब वाले बयान पर RJD ने दी सफाई :
राजद के राज्यसभा सांसद और मुख्य प्रवक्ता मनोज झा ने कहा है कि जदयू और भाजपा चुनावी हार से पूरी तरह बौखलाहट में हैं। उन्होंने कहा की डेहरी की एक सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के उस बयान को जातिगत मोड़ देने की कोशिश हताश लोग कर रहे हैं, जो उन्होंने भ्रष्ट बाबू और साहिबाना मिजाज के अफसरों को लेकर दिया था। झा ने कहा कि तेजस्वी यादव अपनी हर सभा में भ्रष्ट बाबू तंत्र और साहिबाना मिजाज के अफसरों पर कमेंट कर रहे हैं। कहा कि नीतीश जी ने बिहार को चंद अफसरों के हाथों में सौंप दिया है, जो जनता का शोषण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले चरण की 71 में से 71 प्रतिशत सीटें महागठबंधन जीतने जा रहा है।