दिल्ली की हवा में प्रदूषकों के बढ़ने के साथ राष्ट्रीय राजधानी में वायु की गुणवत्ता बिगड़ती जा रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, आनंद विहार में वायु गुणवत्ता सूचकांक 377 पर ‘बहुत ही खराब’ श्रेणी में’ है।
दो दिन पहले के हाल की बात करें तो दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी (DPCC) के वायु प्रदूषण सूचकांक डेटा के अनुसार, अलीपुर, मुंडका और वजीरपुर में हालात ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गए थे।दिल्ली में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए किए जा रहे उपायों के तहत पानी के छिड़काव के लिए आज आईटीओ सहित राजधानी में कई स्थानों पर एंटी-स्मॉग गन तैनात की गई हैं।
उल्लेखनीय है कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 ‘गंभीर’ माना जाता है।
दिल्ली की हवा में बढ़ रहा है पराली का धुआ
दिल्ली की हवा में एक बार फिर से पराली का धुआं अपने पीक पर पहुंचने लगा है। सफर के मुताबिक शनिवार के दिन पंजाब, हरियाणा और पाकिस्तान के सीमावर्ती हिस्से में पराली जलाने की 867 घटनाएं दर्ज की गई हैं। इसका असर भी दिल्ली की हवा पर देखने को मिल रहा है। रविवार के दिन पराली के धुएं की हिस्सेदारी 19 फीसदी तक पहुंच गई। इससे पूर्व 17 तारीख को यह हिस्सेदारी 19 फीसदी तक पहुंची थी। शनिवार के दिन यह हिस्सेदारी सिर्फ नौ फीसदी रही थी।